चुनाव ख़त्म होने के बाद 15 रुपए तक बढ़ जाएंगे पेट्रोल-डीज़ल के दाम, क्रूड ऑयल 120 डॉलर तक जाएगा

Crude Oil Price: अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंच सकती है यह अबतक का सबसे उच्चतम रेट हो सकता है

Update: 2022-02-15 07:55 GMT

Crude Oil Price: देश की जनता को एक बार फिर से पेट्रोल और डीज़ल की महंगाई का सामना करना पड़ सकता है। देश के 5 राज्यों में चुनाव खत्म होते ही पेट्रोल कंपनियां पेट्रोल और डीज़ल के रेट 15-15 रुपए तक बढ़ा सकती हैं। विधानसभा चुनाव के परिणाम 10 मार्च तक आ सकते हैं इसी के साथ कीमतों में इजाफा हो जाएगा। 

दरअसल अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमत लगातार बढ़ रही है. कच्चे तेल के दाम 8 साल के इतिहास में अपने उच्चतम स्तर में पहुंच सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले कुछ ही दिनों में क्रूड ऑयल का रेट 100 डॉलर प्रति बैरल हो जाएगा। वर्तमान में क्रूड ऑयल का रेट 95 डॉलर चल रहा है. इससे पहले साल 2014 में क्रूड ऑयल इतना महंगा हुआ था। 

डिमांड के हिसाब से सप्लाई नहीं हो रही 

पायनियर नेचुरल रिसोर्सेज के स्टॉक शेफील्ड ने कहा है कि अगर रूस, यूक्रेन में हमला करता है तो, इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड के दाम 100 से 120 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं. मार्केट में तेल की जितनी डिमांड है उस हिसाब से सप्लाई बहुत कम है। 

चुनाव के बाद बढ़ेगी कीमत 

सरकार हमेशा यही कहते नज़र आती है कि ईंधन के दाम क्रूड ऑयल और तेल कंपनियों पर निर्भर करती है। लेकिन जब भी देश में कहीं चुनाव होते हैं तो क्रूड ऑयल के रेट बढ़ने के बाद भी ईंधन के दामों में बदलाव नहीं होता है और जैसे ही चुनाव ख़त्म होते हैं दामों में बदलाव शुरू हो जाता है। चुनावी मौसम में लोगों को पेट्रोल-डीज़ल के रेट से राहत मिलती है और जैसे ही इलेक्शन ख़त्म होते हैं। सरकार और तेल कंपनियां एक साथ आम आदमी में महंगाई का पहाड़ फोड़ देती है. 

कितना रेट बढ़ जाएगा 

IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि 3 नवंबर से देश में ईंधन के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। तब से अबतक दोनों ईंधन के रेट स्थिर हैं. लेकिन इस बीच क्रूड ऑयल के रेट काफी बढ़ गए हैं। तेल कंपनियां अपना लॉस कवर करने के लिए डीज़ल और पेट्रोल के रेट 15-15 रुपए तक बढ़ा सकती हैं. 

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