Petrol Diesel Price: 120 डॉलर के पार पहुंचा कच्चा तेल, अब फिर बढ़ जाएंगे डीजल पेट्रोल के दाम
Petrol Diesel Price: केंद्र सरकार द्वारा की गई कटौती के बाद एक बार डीजल और पेट्रोल के दाम में कमी आई थी लेकिन लगता है कि यह राहत ज्यादा दिनों तक मिलने वाली नहीं है।
Petrol Diesel Price: केंद्र सरकार द्वारा की गई कटौती के बाद एक बार डीजल और पेट्रोल के दाम में कमी आई थी लेकिन लगता है कि यह राहत ज्यादा दिनों तक मिलने वाली नहीं है। क्योंकि कच्चे तेल के दाम फिर बढ़ गए हैं। ऐसे में डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ना निश्चित है। जानकारी मिल रही है कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल 120 डॉलर के करीब बढ़ गया है। जानकारी के अनुसार आयल प्राइस डॉट कॉम के मुताबिक 31 मई को दोपहर 12.15 बजे क्रूड आयल 123.8 डॉलर प्रति बैरल था। वही डब्ल्यू टी आई क्रूड 119.2 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
इसलिए भी बढ़े तेल दाम
आईआईएफएल सिक्योरिटी के वाइस प्रेसिडेंट की माने तो कच्चे तेल के दाम बढ़ने का एक कारण अमेरिका में ट्रैवल एक्टिविटीज में तेजी होना है। बताया गया है कि अमेरिका में समर ड्राइव सीजन की शुरुआत इस महीने में होती है। ऐसे में तेल की खपत सामान्य दिनों से कहीं ज्यादा बढ़ जाती है। घरेलू खपत बढ़ने की वजह से अमेरिका में तेल की डिमांड बढ़ती है जिससे इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में उछाल आया हुआ है।
और भी महंगा हो सकता है क्रूड आयल
संभावना जताई जा रही है कि आने वाले 15 दिनों में क्रूड आयल 130 डॉलर तक जा सकता है। क्रूड आयल का लगातार बढ़ना भारत जैसे देश के लिए खतरे की घंटी है। क्योंकि यहां पहले से ही तेल के दाम बैढ़ हुए हैं। अब अगर क्रूड आयल के दाम लगातार बढ़े तो न चाहते हुए भी घरेलू बाजार में डीजल पेट्रोल के दाम देश में बढ़ जाएंगे।
वहीं जानकारों द्वारा बताया जा रहा है की चीन जैसे देश में भी तेल की डिमांड बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार 1 जून से चीन कोरोना संबंधित मामलों में बहुत ढील दे रहा है। स्थिति सामान्य होते ही तेल के दाम बढ़ेंगे। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कच्चा तेल 138 डॉलर पहुंच जाएगा।
कुल मिलाकर बताया जा रहा है कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल में तेजी जारी रहेगी। ऐसे में भारत जैसे देश जहां तेल की खपत उत्पादन से ज्यादा है वहां भाव बढ़ना निश्चित है। देश में तेल के उत्पादन के बाद भी करीब 85 प्रतिशत तेल आयात करना पड़ रहा है।