भारत रूस मित्रता का फायदा: रूस ने तेल और गैस क्षेत्रों में भारत के सामने रखी निवेश की पेशकश, यह बड़ा अवसर है
Benefits of India-Russia friendship: रूस के डिप्टी पीएम नोवाक ने बीते शुक्रवार को कहा था कि भारत को रूस का तेल और पेट्रोलियम निर्यात 1 बिलियन के करीब पहुंच गया है, इसका विस्तार करने के लिए यह बढ़िया मौका है
Russia offers investment in oil and gas fields to India: भारत को रूस ने दोनों देशों के बीच इस दोस्ती का फायदा पहुंचाने के लिए एक ऑफर दिया है. रूस चाहता है कि भारत अब रूस के तेल और पेट्रोलियम उत्पादों में निवेश करे. यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण और बढ़िया अवसर है।
रूस के डिप्टी पीएम अलेक्जेंडर नोवाक (Alexander Novak) ने बीते शुक्रवार को कहा था कि रूसी तेल और पेट्रोलियम का भारत में निर्यात 1 बिलियन तक पहुंचने वाला है ऐसे में इसका विस्तार करने के लिए यह एक स्पष्ट और अच्छा मौका है। बता दें की रूस यूक्रेन के बीच चल रही जंग के बाद अमेरिका ने रूसी तेल और पेट्रोलियम में प्रतिबधं लगा दिया है ऐसे में रूस ने भारत को इस क्षेत्र में निवेश करने का ऑफर दे रहा है।
पूरा मामला समझिए
बीते 11 मार्च को रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने भारत के प्राकर्तिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात की. इस दौरान उन्होंने भारत को अपने तेल और गैस क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट करने की बात कही. उन्होंने बताया कि कैसे भारत में रूसी तेल और गैस का निर्यात 1 बिलियन डॉलर के करीब पहुँच गया है। इन आंकड़ों को और बढ़ाने और व्यापर का विस्तार करने के लिए भारत को रूस ऑफर कर रहा है।
रूसी उप प्रधानमंत्री ने कहा- "हम रूसी तेल और गैस क्षेत्र में भारतीय निवेश को और आकर्षित करने और भारत में रूसी कंपनियों के बिक्री नेटवर्क का विस्तार करने में रुचि रखते हैं।"
भारत रूस से कितना तेल और गैस आयात करता है
वर्तमान में भारत रूस के प्राकर्तिक गैस (Natural Gas) निर्यात का सिर्फ 0.2% हिस्सा है. वहीं अगले 20 साल तक 25 लाख टन LNG लेने का कॉन्ट्रैक्ट है। भारत रूस ने 1.3% कोयला खरीदता है, साल 2021 में भारत ने रूस से 1.8 मिलियन टन थर्मल कोयले का आयात किया था