अपनी रसोई में हमेशा रखे ये 4 चीजें, खुश हो जाएँगी लक्ष्मी माता, होने लगेगी पैसो की बारिश

अनजाने में कई बार हमारी रसोई से चीजें खत्म हो जाती हैं। डिब्बा खाली हो जाता है उसके बाद हम वापस बाजार से मंगा कर डिब्बे में भर देते हैं।

Update: 2021-12-15 09:39 GMT

MONEY 2

अनजाने में कई बार हमारी रसोई से चीजें खत्म हो जाती हैं। डिब्बा खाली हो जाता है उसके बाद हम वापस बाजार से मंगा कर डिब्बे में भर देते हैं। तौर पर ज्यादातर लोगों की रसोई में होता है। लेकिन क्या हमें पता है कि कुछ खास चीजें अगर रसोई से पूरी तरह खत्म हो जाती है तो माता लक्ष्मी नाराज होती हैं। यूं कहें तो माता लक्ष्मी रुस्ट भी हो जाती हैं। ऐसे में हमें ध्यान देना चाहिए कि की चीजें समाप्त होने के पहले मगा ले।

अन्नपूर्णा का निवास रसोई में

शास्त्र के अनुसार कहा गया है कि रसोई में माता अन्नपूर्णा का निवास होता है। रसोई से हर समय सामान खत्म हो जाने पर दरिद्रता आती है। ऐसे में हमें यह प्रयास करना चाहिए चीज समाप्त होने के पहले या तो उन्हें मंगा लें या फिर उनके उपयोग को बंद कर बचत करें। आज हम ऐसी चार चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका रसोई से खत्म हो जाना अशुभ माना गया है। ऐसा होने पर दरिद्रता तो आती ही है साथ ही माता लक्ष्मी की कृपा नहीं बन पाती।

हल्दी

हल्दी बहुत ही पवित्र वस्तु है। इसका उपयोग हर शुभ कार्यों में किया जाता है। वही रसोई में हल्दी का उपयोग किया जाता है। माना गया है कि रसोई में अगर पूरी तरह हल्दी खत्म हो जाती है तो इससे गुरु दोष लगता है। जिससे सुख समृद्धि में कमी आती है। साथ में कई तरह की समस्याएं आ जाती हैं।

आटा

हमारे शास्त्रों में बताया गया है आटे के बर्तन से आटा कभी खत्म नहीं होना चाहिए। अगर आटा समाप्त हो जाता है तो इसे तुरंत लाकर भरे। ऐसा ना करने पर तथा ज्यादा समय तक का बर्तन खाली रहने से व्यक्ति के मान सम्मान पर बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही धन की कमी होती है।

चावल

वास्तु शास्त्र के अनुसार चावल का पात्र कभी खाली नहीं रखना चाहिए। चावल का संबंध शुक्र ग्रह से बताया गया है। शुक्र ग्रह के पुष्ट होने से भौतिक सुख-सुविधाओं का विकास होता है। लेकिन अगर चावल का पात्र खाली हो जाए तो उसमें शुक्र कमजोर होता है। जिससे कई तरह की बाधाएं आती हैं।

नमक

नमक के संबंध में बताया गया है कि रसोई से नमक का खत्म हो जाना आर्थिक समस्याओं का निमंत्रण माना जा सकता है। इसलिए हमें कभी भी नमक के पात्र को खाली होने से पहले ही भर देना चाहिए।

Tags:    

Similar News