शिवराज-महाराज में उलझा मंत्रिमंडल विस्तार का मामला

मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान काफी उत्साहित हैं।

Update: 2021-02-16 06:39 GMT

शिवराज-महाराज में उलझा मंत्रिमंडल विस्तार का मामला

रीवा। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान काफी उत्साहित हैं। लेकिन अब सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सबसे अधिक ऊहापोह की स्थिति निर्मित हुई है।

तीन पूर्व मंत्रियों के उपचुनाव हारने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह दिलाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं। उधर भाजपा सरकार और संगठन अपने वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाना चाहते हैं। कुल मिलाकर भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार का यह मामला शिवराज और महाराज के बीच उलझकर रह गया है।

विंध्य की क्या होगी स्थिति

मंत्रिमंडल विस्तार में विंध्य को जगह मिलेगी या नहीं इस बात को लेकर कशमकश भरा माहौल जारी है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को मंत्रिममंडल विस्तार से दूर रखकर भाजपा के लिए काम करना आसान नहीं होगा। विंध्यप्रदेश से अमरपाटन विधायक रामखेलावन पटेल भाजपा सरकार मंे मंत्री हैं।

वहीं भाजपा के पूर्व मंत्रियों की एक लाबी मुख्यमंत्री एवं संगठन पर सरकार में शामिल करने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान किस तरह से समन्वय स्थापित कर मंत्रिमंडल विस्तार करते हैं।

पशोपेश में मुख्यमंत्री

भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार पर मंथन किया जा रहा है। सरकार में लगभग आधा दर्जन मंत्री पद खाली हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान पशोपेश में हैं। विंध्य से उनकी पसंद राजेद्र शुक्ल हैं तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ विधायकों को मंत्री बनाने की मांग उठाई जा रही है।

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मार्च 2020 में कोरोना वायरस महामारी के बीच मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ था, तब काफी प्रयास के बाद भी विधायक राजेंद्र शुक्ल को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। विंध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा विधायकों ने एक साथ पूर्व मंत्री का विरोध किया है।

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