मध्यप्रदेश में आरएसएस खोलेगा आधुनिक प्राइवेट सैनिक स्कूल, 50 एकड़ जमीन में होगा निर्माण
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की संस्था विद्या भारती द्वारा मध्यप्रदेश में आधुनिक प्राइवेट सैनिक स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। जिसका निर्माण 50 एकड़ जमीन पर किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की संस्था विद्या भारती द्वारा मध्यप्रदेश में आधुनिक प्राइवेट सैनिक स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। जिसका निर्माण 50 एकड़ जमीन पर किया जाएगा। बुधनी के बगवाड़ा में नर्मदा के किनारे यह सैनिक स्कूल बनाया जाएगा। इस स्कूल की शुरुआत संघ स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने पर वर्ष 2025 में किया जाएगा।
मिल चुकी है 40 एकड़ जमीन
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी के बगवाड़ा में नर्मदा तट के समीप आरएसएस की विद्या भारती द्वारा प्राइवेट सैनिक स्कूल खोला जाएगा। प्रारंभिक तौर पर स्कूल खोलने के लिए विद्या भारती को 40 एकड़ जमीन मिल भी चुकी है। बताया गया है कि स्कूल तकरीबन 50 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा। निर्माण में आने वाले खर्च के लिए धनराशि समाज और दानदाताओं से जुटाने की योजना है।
स्कूल के आकार को लेकर मंथन का दौर जारी
स्कूल का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए नासिक के भोंसला मिलिट्री स्कूल से लेकर देश के प्रमुख सरकारी सैनिक स्कूलों का अध्ययन किया जा रहा है। बुधनी के बगवाड़ा में नर्मदा के किनारे बनाए जाने वाले स्कूल का आकार कितना बड़ा होगा और भविष्य में कितना विस्तार किया जाएगा इसको लेकर मंथन का दौर जारी है। इस स्कूल का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए जल्द ही भोपाल में विद्या भारती की एक बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें इसको लेकर विचार विमर्श होगा। सूत्रों की मानें तो यह सैनिक स्कूल अपने आप में अनोखा होगा जो आधुनिक मापदंडों और प्राचीन भारतीय सामरिक विरासत को अपने में समेटे होगा।
100 नए सैनिक स्कूल खुलेंगे
इस वर्ष रक्षा मंत्रालय द्वारा गैर सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में 21 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना को मंजूरी दी थी। जिनमें से एक स्कूल मंदसौर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर आवासीय विद्यालय है। यह स्कूल केन्द्र सरकार की पीपीपी मोड पर 100 नए सैनिक स्कूल खोलने की योजना से संबंधित है। वर्ष 2022 में प्रारंभ हुए पीपीपी मोड वाले स्कूलों में 17 स्कूल ब्राउन फील्ड और 4 स्कूल ग्रीनफील्ड हैं। जिनमें से 6 निजी स्कूल, 3 राज्य सरकार के स्वामित्व वाली और 12 स्कूल एनजीओ द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।