मध्यप्रदेश में बस चलने को लेकर आई चौका देने वाली खबर, पढ़िए नहीं तो...
मध्यप्रदेश में बस के पहिये 22 मार्च लॉक डाउन के बाद थामे हुए है इस कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और टैक्सी और ऑटो मनमानी किराया वसूल करके यात्रियों को लूट रहे है.
लॉकडाउन समाप्त होने के बाद बस ऑपरेटर्स विभिन्न मांगों को लेकर अड़ गए। मांगें पूरी नहीं होने तक बसों का संचालन बंद कर दिया। बसें नहीं चलने से सबसे ज्यादा परेशानी नागपुर जाने वाले यात्रियों और मरीजों को हो रही है। इस रूट पर ट्रेनों का भी संचालन भी बंद है। ऐसे में नागपुर जाने के लिए टैक्सी ही एकमात्र विकल्प है।
बसों का संचालन बंद होने से मजदूर भी परेशान हैं। दमोह, सागर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट और अमरकंटक से शहर आने वाले मजदूरों को छोटे वाहनों में सफर करना पड़ रहा है। उन्हें बस के किराए के अनुपात में आठ से दस गुना अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है। इससे उनकी आधी मजदूरी किराए पर ही खर्च हो रही है।
सतना: एसपी ने की बड़ी कार्यवाही, एसआई और सूबेदार समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड, महकमे में हड़कंप
सतना (विपिन तिवारी) जिला एसपी रियाज इकबाल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन यातायात प्रभारी वर्षा सोनकर, सूबेदार रामदेवी राय समेत तो आरक्षकों को निलंबित कर दिया है मामला यातायात चालान में काटी गई रसीद के फर्जीवाड़े का है प्राथमिक रूप से की गई जांच में पुलिस कर्मियों द्वारा धोखाधड़ी कर चालान रसीद में छेड़छाड़ का मामला सामने आया है ।
बताया जा रहा है कि जब यातायात थाने की कमान उपनिरीक्षक वर्षा सोनकर के पास थी तो यह शिकायत आई थी कि 5000 हजार का चालान काटने के बाद आफिस कॉपी में धारा और राशि बदल दी गई 5000 लेकर 500 सौ की रसीद दर्शाई गई इस तरह की कई शिकायतें सामने आई थी.जिसके बाद एसडीओपी मैंहर ने जांच की और सब कुछ साफ-साफ बता दिया मामला एसपी रियाज इकबाल के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने डीएसपी यातायात प्रभा किरण कीरो से जांच कराई जिसमें पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।