मध्यप्रदेश में 2 साल से अटकी शिक्षक भर्ती को लेकर आई बड़ी खबर, पढ़िए
भोपाल (विपिन तिवारी ) । प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती अटकी हुई है।ऐसे में संविदा कर्मियों ने सरकार को लगातार चेतावनी दी है। कमलनाथ की सरकार में संविदा शिक्षक ने लंबा आंदोलन किया था। स्कूल शिक्षा विभाग व आादिम जाति कल्याण विभाग के तहत उच्च माध्ममिक शिक्षक के 19220 पदों पर भर्ती की जानी है। इसके लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने 28 अगस्त 2019 को उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया था।
बाद में वर्ग एक के चयनित शिक्षकों की चॉइस फिलिंग के बाद वेरिफिकेशन भी हो चुका है। दो महीने पहले वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। वेरिफिकेशन के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर ब्रेक लगा दिया है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में 33 हजार चयनित शिक्षक दो साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में वर्ग-01 में शिक्षकों के 19,600 पद हैं तो मिडिल स्कूल में वर्ग 02 में शिक्षकों के 5600 पद हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग के वर्ग 01 में 2200 पद और वर्ग 02 में 5600 पद हैं। वर्ग तीन की परीक्षा आयोजित होनी है।
नियक्ति के मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार कहते हैं कि शिक्षकों का मामला फिलहाल कोर्ट में है। नियुक्ति को लेकर समीक्षा की जा रही है. जल्द से जल्द स्कूलों में शिक्षकों को नियुक्तियां दी जाएगी। बजट की कमी की कोई बात नहीं है।
शिक्षक संघ बैनर तले एक साल पूरे होने पर भी नियुक्ति नहीं हुई तो चयनित उम्मीदवारों ने भोपाल सहित प्रदेशभर में रिजल्ट की कॉपियां जलाकर बरसी मनाई और विरोध जताया। उम्मीदवारों ने बताया कि उन्हें कई जिलों में सार्वजिनिक प्रदर्शन की मंजूरी नहीं मिली। इसलिए उन्होंने अपने-अपने घरों में रहकर ही विरोध प्रदर्शन किया।