MP News: तीन बार सेना भर्ती में हुआ फेल, फिर करने लगा अग्निवीरों से ठगी

भोपाल के शाहजहानाबाद स्थित सुल्तानिया इन्फेंट्री लाइन से एक ऐसे युवक को सेना के जवानों ने पकड़ा जो न सिर्फ तीन बार सेना भर्ती में फेल हुआ बल्कि उसने ऐसे अग्निवीरों के साथ ठगी भी की जो सेना में भर्ती होने की मंशा रखते थे।

Update: 2022-11-22 10:28 GMT

MP Bhopal News: भोपाल के शाहजहानाबाद स्थित सुल्तानिया इन्फेंट्री लाइन से एक ऐसे युवक को सेना के जवानों ने पकड़ा जो न सिर्फ तीन बार सेना भर्ती में फेल हुआ बल्कि उसने ऐसे अग्निवीरों के साथ ठगी भी की जो सेना में भर्ती होने की मंशा रखते थे। हायर सेकेण्ड्री पास उक्त युवक तीन बार सेना भर्ती में शामिल हुआ किन्तु वह फिजिकल टेस्ट में सीने की टेस्ट की माप के दौरान हर बाद फेल हो गया। इसके बाद उसने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाने लगा जिसके लिए वह बकायदे सेना की वर्दी भी पहने रखता था।

कैसे पकड़ में आया फर्जी अफसर

सेना की वर्दी पहनकर यह फर्जी अफसर अग्निवीर बनने का सपना देख रहे बेरोजगारों को अपना निशाना बनाता था। जिसके बाद वह ठगी का पूरा हिसाब-किताब डायरी में लिख लेता था। जानकारी के अनुसार यह फर्जी अफसर अंकुर राघव 24 वर्ष अनूप नाम के पीड़ित को सेना के बड़े अफसरों से मिलवाने का झांसा देकर कैंट एरिया में बाइक पर सवार होकर गया था। जिस पर शक हुआ तो सिक्योरिटी चेक पोस्ट ने अंकुर से आईडी कार्ड दिखाने को कहा गया। किंतु वह आईडी कार्ड दिखाने में असफल रहा। जांच के बाद उसके फर्जी आर्मी अफसर होने का खुलासा हुआ। जिसके बाद सेना के असफरों ने उसे पकड़कर शाहजहानाबाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

अग्निवीर भर्ती के दौरान ठगे 3 लाख

तलाशी के दौरान पुलिस को युवक के कमरे से एक डायरी बरामद हुई जिसमें वह अपने लेन-देन का हिसाब रखता था। पुलिस फिलहाल आरोपी के बैंक खातों की डिटेल्स निकाल रही है जिससे यह पता चल सके कि उसने अभी तक कितने लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। मामले पर एसआई राघवेन्द्र सिकरवार के अनुसार उक्त युवक उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है। गत दिनों भोपाल में हुई अग्निवीर सेना भर्ती के दौरान उसने एक युवक को ठगा था। ठग अंकुर राघव ने अनूप कुमार गौतम 20 वर्ष को 5 लाख रुपए में सेना में नौकरी दिलाने का वादा किया था। अनूप भोपाल के रचना नगर में रहता है। ठग अंकुर राघव उसका पड़ोसी है। सेना में भर्ती कराने के नाम पर उसने 3 लाख रुपए भी एडवांस में ले लिए थे।

10 से 15 लोग बन चुके ठगी का शिकार

एसआई राघवेन्द्र सिकरवार की मानें तो राघव शातिर जालसाज है। जिसने भोपाल, बुलंदशहर से सेना की वर्दी, बैच, जूते समेत अन्य सामान भी खरीद रखा था। उसके कमरे से मिली डायरी से ऐसा प्रतीत होता है कि वह डेढ़-दो साल से ठगी के कार्य को अंजाम दे रहा है। अब तक वह लगभग 10 से 15 लोगों को अपने ठगी का निशाना बना चुका है। हालांकि अभी एक ही फरियादी पुलिस के पास पहुंचा है। मामले की छानबीन की जा रही है। इतना ही नहीं खुद को आर्मी अफसर बताकर उसने दहेज में भी 8 लाख रुपए लिए थे।

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