MP में पहली बार निजी स्कूल का संचालन प्रशासन के हाथ में, स्कूल में दुष्कर्म की घटना के बाद बड़ा फैसला

भोपाल में एक निजी स्कूल में हुई दुष्कर्म की घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्कूल का संचालन अपने हाथ में ले लिया है। स्कूल में बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।

Update: 2024-10-04 07:41 GMT

Meta AI द्वारा निर्मित सांकेतिक तस्वीर

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के भदभदा इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में 3 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्कूल का संचालन अपने हाथ में ले लिया है। स्कूल के आइटी शिक्षक पर बच्ची से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है।

इस घटना के बाद स्कूल को सील कर दिया गया था और जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। जांच में पाया गया कि स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से नाकाफी थी।

बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्कूल की मान्यता निरस्त करने के बजाय, स्कूल का संचालन अपने हाथ में लेने का फैसला किया है। जम्मूसरकलां बैरसिया हाई स्कूल के प्राचार्य ब्रजेंद्र कटारे को इस स्कूल का प्रशासक नियुक्त किया गया है।

यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। इस स्कूल में नर्सरी से आठवीं तक के 324 बच्चे पढ़ते हैं, जिनमें से 79 बच्चों का एडमिशन आरटीई के तहत हुआ है।

हालांकि, कलेक्टर ने अगले साल स्कूल की मान्यता नवीनीकरण न करने की सिफारिश की है।

रतलाम में भी हुई थी ऐसी ही घटना

इसी तरह की एक घटना रतलाम में भी सामने आई थी, जहां एक निजी स्कूल में पांच साल की बच्ची के साथ यौन शोषण हुआ था। इस मामले में स्कूल संचालक पर जानकारी छिपाने का आरोप लगा है और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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