पहले संगठन विस्तार फिर मंत्रीमण्डल, भाजपा कार्यकारणी की बैठक में अंहम फैसले
आने वाले समय में भाजपा की टीम में नए चेहरे सामने आएगे वही मंत्रीमंडल का स्वरूप भी बदलेगा। बैठक में लिए गए निणर्य के तहत पहले संगठन
पहले संगठन विस्तार फिर मंत्रीमण्डल, भाजपा कार्यकारणी की बैठक में अंहम फैसले
भोपाल। आने वाले समय में भाजपा की टीम में नए चेहरे सामने आएगे वही मंत्रीमण्डल का स्वरूप भी बदलेगा। बैठक में लिए गए निणर्य के तहत पहले संगठन का स्वरूप तैयार होगा फिर मंत्रीमण्डल का विस्तार किए जाएगा।
दरअसल मध्य प्रदेश में कैबिनेट विस्तार और बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के स्वरूप को लेकर प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, संगठन महामंत्री सुहास भगत आदि पदाधिकारियों की बैठक हुई है। बैठक में तय हुआ कि शिवराज मंत्रिमडल के विस्तार से पहले भाजपा अपने प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा करेगी।
सहमति बनाने में जुटे शिवराज
चुनाव हारने वाले नेताओ सहित नए चेहरो को प्रदेश भाजपा संगठन में शामिल किया जाएगा। क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने की कोशिश भी पार्टी द्वारा की जाएगी। भाजपा की इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेताओं को भी प्रदेश संगठन में पद देने पर चर्चा हुई. साथ ही उपचुनाव हारने वाले मंत्रियों को निगम मंडलों में एडजस्ट करने पर सहमति बनी है।
एमपी में रहेगी राज्यपाल
चर्चा है कि सहमति न बनने की स्थित में कैबिनेट विस्तार टल सकता है। मध्य प्रदेश की कार्यकारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को भी भोपाल में ही रहेंगी. वह 7 दिसंबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पहुंचेंगी. यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह 9 दिसंबर को वापस लखनऊ लौटेंगी. राज्यपाल के मध्य प्रदेश में रहते अगर सहमति बनती है तो शिवराज सिंह चैहान अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं।
बनाए जा सकते है 6 मंत्री
मध्य प्रदेश सरकार में कुल 35 मंत्री हो सकते हैं. वर्तमान में शिवराज कैबिनेट में 28 मंत्री हैं, यानी 7 पद खाली हैं. अमूमन राज्य सरकार में 1 मंत्री पद खाली ही रखा जाता है. इस तरह 6 और मंत्री शिवराज कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।