चीन पृथ्वी के क्रस्ट तक 32,808 फ़ीट गहरा गड्ढा क्यों खोद रहा? सिर्फ 457 दिन लगेंगे, रूस को 20 साल लग गए थे
China digging a 32,808 feet deep hole in the earth's crust: चाइना देश बड़ा खुराफाती है. कभी पूरी दुनिया में महामारी फैला देता है तो कभी अपने ही लोगों पर एसिड की बारिश करवा देता है. चीन के पास ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसकी मदद से उसने अपना खुद का आर्टिफिशियल सूरज और चांद बना दिए हैं। चीन ने इतना बड़ा बांध बनाया है जिससे पृथ्वी के घूमने की स्पीड भी कुछ मिली सेकेंड्स कम हो गई है. और अब चीन इससे भी बड़ा एक्सपेरिमेंट कर रहा है. चीनी वैज्ञानिक पृथ्वी के क्रस्ट तक 32,808 फीट गहरा गढ्ढा खोद रहे हैं. इसके पीछे क्या मकसद है आइये जानते हैं
चीनी वैज्ञानिक शींजियांग शहर के तारिम ऑयलफील्ड के पास 32,808 फीट गहरा गढ्ढा खोद रहा है. चीन इसे रिसर्च प्रोजेक्ट बता रहा है. रिपोर्ट के अनुसार चीन एक विशालकाय ड्रिलिंग मशीन से शॉफ्ट चट्टानों की 10 परतों को तोड़ते हुए पृथ्वी के क्रस्ट तक पहुंचेगा। क्रिटेशियस सिस्टम में मौजूद चट्टानें करीब 145 मिलियन साल पुरानी हैं.
चीन का अर्थ एक्सप्लोरेशन प्रोजेक्ट
China's Earth Exploration Project: पृथ्वी में इतना बड़ा गड्ढा करने के पीछे असली वजह क्या है यह सिर्फ चीनी सरकार जानती है. लेकिन दुनिया को बताने के लिए चीनी मीडिया इसे रिसर्च प्रोजेक्ट कहती है. 2021 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने Earth Exploration Project शुरू करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि इस प्रोजेक्ट से चीन को खनिज और ऊर्जा संसाधन को खोजने में मदद मिल सकती है.
चीन धरती में 32,808 फीट गहरा गढ्ढा खोद रहा है. इससे पहले रूस ने 1989 में पृथ्वी के क्रस्ट तक 40,230 फीट गहरा गड्ढा किया था. इतने गहरे गड्ढे को खोदने में रूस को 20 साल लग गए थे इस गड्ढे को कोला सुपर डीप बोरहोल कहा जाता है. चीन ये काम सिर्फ 457 दिनों में पूरा कर देगा।