फ्रांस में क्या हो रहा? तीन दिन से युद्ध जैसे हालात! पुलिस के खिलाफ सड़कों में उतरी जनता
What is happening in France: भारत के मित्र देश फ्रांस में युद्ध जैसे हालात हैं, देश की जनता पुलिस के खिलाफ सड़कों में उतर आई है. हर तरफ आगजनी, लूट, तोड़-फोड़ मची हुई है. बीते तीन दिन से फ्रांस में जो कुछ भी हो रहा है वो किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए सही नहीं है. लेकिन इस हिंसा का जो कारण है वो भी होना किसी देश की जनता के लिए अच्छा नहीं है.
Footage from France reportedly showing looting of police vehicles stocked with weapons.
— The Spectator Index (@spectatorindex) June 30, 2023
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फ्रांस में हिंसा क्यों हो रही
Why is there violence in France: फ्रांस के गृहमंत्री गोराल्ड डारमिन ने बताया है कि बीती रात के प्रदर्शन करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इन प्रदर्शनकारियों ने देशभर के स्कूलों, टाउन हॉल और पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाया है. पेरिस से 30 लोगों को अरेस्ट किया गया है जो एक शॉपिंग मॉल के अंदर घुसकर लूट कर रहे थे. इसके अलावा कुछ लोगों को चोरी के सामान के साथ पकड़ा गया है.
Rioters in France use sports car to break into retail store.
— The Spectator Index (@spectatorindex) June 29, 2023
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फ्रांस के शहर मार्सिले, ल्योन, पाउ, टूलूज़ और लिली इलाकों में आगजनी,आतिशबाजी और तोड़फोड़ की घटनाओं का सामना करना पड़ा है. हालात काबू में पाने के लिए भड़की हुई जनता के खिलाफ पुलिस एक्शन ले रही है. लेकिन हर रात प्रदर्शनकारियों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
फ़्रांस में हो रही हिंसा की वजह
दरअसल 27 जून को पेरिस के एक कस्बे नैनतेरे में दो पुलिसवालों ने ट्रैफिक चेकपॉइंट में एक कार को रोका और कार चला रहे 17 साल के लड़के नाएल एम पर फायरिंग कर दी. इस घटना में नाएल की मौत हो गई. पुलिस की इस हरकत का वीडियो सामने आया तो लोग भड़क गए.
The moment 17-year-old Nahel M was shot in his hometown of Nanterre, west of Paris
— Insider News (@InsiderNewsKe) June 29, 2023
Protests and unrest erupted in the Paris region overnight after news of the shooting emerged pic.twitter.com/0QVRWWkYLz
मृतक के घर वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके बेक़सूर बेटे को मार डाला, उसे नस्लभेद के चलते मारा गया है. नाएल एम अल्जीरियाई मूल का था. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 के बाद से फ्रांस में ट्रैफिक सिग्नल्स पर पुलिस की फायरिंग में मारे गए अधिकतर लोग अरब मूल के थे.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि ये शूटआउट 'अक्षम्य' है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "कुछ भी एक युवा की मौत को सही नहीं ठहरा सकता." वहीं फ्रांस पुलिस इस घटना में कार्रवाई करते हुए गोली मारने के आरोपी पुलिस अधिकारी पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है.