Russia Ukraine जंग की तेरहवीं: पुतिन ने दिखाई नरमी, कहा- रूस का इरादा यूक्रेन की सरकार हटाने का नहीं
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग को तेरा दिन बीत गए हैं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की जो पहले मैं झुकेगा नहीं वाला डायलॉग मारते थे वो फायर से फ्लावर बनने लगे हैं. वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जो यूक्रेन में कब्ज़ा करने की बातें करते थे वो भी कहने लगे हैं कि रूस का यूक्रेन में सरकार बदलने का कोई इरादा नहीं है।
दोनों देशों के राष्ट्रपति जो युद्ध के तेरहवें से दिन से नरमी दिखाने लगे हैं ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अब दोनों देशों के बीच चल रही जंग खत्म हो सकती है. हालांकि रूस अभी भी पीछे नहीं हटने वाला है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि हमें अब नाटो की सदस्यता नहीं लेनी है, मेरा देश सुरक्षा के लिए किसी संगठन के आगे भीख नहीं मांगेगा, लेकिन रूस को भी यह गारंटी देनी होगी के यह यूक्रेन के बॉर्डर में सैन्य हमला नहीं करेगा।
रूस को फिर करना क्या है
रूस कह रहा है कि उसे यूक्रेन में कब्ज़ा नहीं करना है और ना ही यूक्रेन में तख्तापलट करना है तो फिर रूस हमला क्यों कर रहा है? असल में रूस ये नहीं चाहता है कि उसके पडोसी देश NATO का हिस्सा बनें, क्योंकि NATO में रूस शामिल नहीं है और NATO का गठन ही रूस के हमले से छोटे देशों को बचाने के लिए किया गया था. रूस अपने बॉर्डर में पश्चिमी देशों की मौजूदगी नहीं चाहता है. यही बात वह यूक्रेन को समझा रहा था लेकिन अमेरिका और NATO के चक्कर में यूक्रेन भौकालबाज़ी करने लगा और उसके बाद जो हुआ वो आपके सामने है।
सब समझौता हो सकता है
रूस ने जंग के तीसरे दिन ही पूर्वी यूक्रेन के दो राज्यों डोनेट्स्क और लुहांस्क को आजाद घोषित किया था, पुतिन चाहते है कि यूक्रेन भी अब इन लोगों इलाकों को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देदे। इस संबंध में जेलेंस्की ने भी कहा है कि वह बात करने के लिए तैयार हैं. हालांकि बीते दिन जेलेंस्की ने दुनिया से अपील की थी के रूस को एक आतंकी देश घोषित कर दें और पुतिन को आतंकवादी। लेकिन अब जेलेंस्की झुकते नज़र आ रहे हैं. वहीं पुतिन ने भी तीसरे दिन सीज फायर को जारी रखा है. जिसकी बदौलत भारत ने अबतक 18 हज़ार भारतीय नागरिकों की घर वापसी कराइ है