International Labour Day 2024: मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है, जानें मजदूर दिवस की शुरुआत और इतिहास
International Labour Day 2024: हर वर्ष 1 मई को पूरे विश्व भर में मजदूर दिवस मनाया जाता है। श्रमिकों को सम्मान देने के प्रयोजन से हर वर्ष एक मई का दिन श्रमिकों (Labours) को समर्पित होता है। जिसे हम लेबर डे (Labour Day), श्रमिक दिवस, मजदूर दिवस, आदि के नाम से विश्वभर में मनाते हैं। जाना जाता है। मजदूरों को समान अधिकार मिल सकें व उनकी आवाज बुलंद करने के उद्देश्य से यह दिवस समर्पित है। आइये जानते हैं मजदूर दिवस का इतिहास क्या है? और इस दिन को मनाने का उद्धेश्य क्या है?
क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस? (Majdoor Divas kyun Manaya Jata Hai) -
मजदूर दिवस का इतिहास क्या है? (Majdoor Divas Ka Itihas Kya Hai?)
तथा इसी सम्मेलन में ही 1 मई को मजदूर दिवस (International Labour Day) मनाने का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही हर साल 1 मई को छुट्टी देने का भी फैसला लिया गया। उसके बाद से कई देशों में श्रमिकों के आठ घंटे काम करने के निमय को लागू किया गया।
भारत में मजदूर दिवस की शुरूआत कब हुई? (Bharat Me Majdoor Divas Ki Shuruaat Kab Huyi)
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत अमेरिका में इसके प्रस्ताव आने के करीब 34 साल बाद हुयी। भारत में मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1923 को चेन्नई से हुई। लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान की अध्यक्षता में ये निर्णय किया गया। इस बैठक को कई सारे संगठन और सोशल पार्टी का समर्थन मिला। जो मजदूरों पर हो रहे अत्याचारों और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। इसका नेतृत्व कर रहे थे वामपंथी।
मजदूर दिवस का उद्धेश्य क्या है? (Majdoor Divas Ke Uddeshya Kya Hain)
1 मई को हर साल मजदूर दिवस मनाने का उद्धेश्य मजदूरों और श्रमिकों की उपलब्धियों की परिचर्या करना और योगदान सम्मान करना है। तथा श्रमिकों के अधिकारों के लिए आवाज उठाना व शोषण को रोकना है, कई संगठन व समूहों में कर्मचारियों को इस दिन अवकाश दिया जाता है।
Ankit Pandey | रीवा रियासत
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