Infosys ने रूस में बनें अपने दफ्तर को किया बंद, जानें क्यों?
Infosys Russia Office News: भारत की बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी इंफोसिस ने रूस में अपने दफ्तर को बंद करने का लिया फैसला लिया है। कंपनी ने यह फैसला यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के जवाब में लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, एनआर नारायण मूर्ति द्वारा शुरू की गई कंपनी रूस में कामकाज बंद करने का दबाव झेल रही थी। क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बहुत से बड़े कारोबारियों ने देश छोड़ दिया है।
इंफोसिस मॉस्को के कर्मचारियों के लिए दूसरे रोल को खोजने की कोशिश कर रही है। ब्रिटेन में चांसलर ऋषि सुनाक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के पति हैं। उन्हें कंपनी में अपनी पत्नी की हिस्सेदारी को लेकर पहले भी बहुत से सवालों का सामना करना पड़ा था।
रिपोर्ट के अनुसार, वह चार सौ मिलियन से अधिक के शेयरों के मालिक हैं। सुनाक ने इनकार किया कि उनके परिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुनीत के शासन से फायदा मिला है और उन्होंने यह भी कहा कि उनका इंफोसिस से कुछ लेना-देना नहीं है।
रूस पर लगे प्रतिबंध
फरवरी में यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर अनेक देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रिटेन ने वोडका से स्टील तक की कई चीजों पर टैरिफ में बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही कई देशों ने रूस को लग्जरी सामान के निर्यात पर भी रोक लगाई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हजारों लोगों की मौतें हुई और 41 लाख से अधिक लोगों ने अपना घर छोड़ दिया है।
55,000 फ्रेशर्स को देगी मौक़ा
इंफोसिस बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की भर्ती करने जा रही है। कंपनी ने कहा कि साल 2022-23 में रिकवरी तेज होने के साथ यह साल आने वाले समय में ग्रोथ के लिए काफी अहम साबित होगा। इसीलिए कंपनी अवसरों का फायदा उठाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। कंपनी के सीईओ सलिल पारेख ने जानकारी दी कि अगले वित्त वर्ष में कंपनी 55 हजार से अधिक फ्रेशर्स को मौका दे सकती है।