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म्यांमार में विनाशकारी भूकंप: 10 हजार से अधिक के मरने की आशंका, 704 मौतों की पुष्टि; भूकंप के बाद भारत ने मदद भेजी

म्यांमार में विनाशकारी भूकंप: 10 हजार से अधिक के मरने की आशंका, 704 मौतों की पुष्टि; भूकंप के बाद भारत ने मदद भेजी
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म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। USGS ने 10 हजार से ज्यादा मौतों की आशंका जताई है, जबकि सैन्य सरकार ने 694 लोगों की मौत की पुष्टि की। भारत ने राहत के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। जानें भूकंप के प्रभाव और राहत कार्यों की पूरी जानकारी।

शुक्रवार की सुबह म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। यह पिछले 200 सालों में म्यांमार और थाईलैंड में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने अनुमान लगाया है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 10 हजार से भी ज्यादा हो सकती है।

भूकंप का असर इतना व्यापक था कि इसके झटके पड़ोसी देशों थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए। म्यांमार की सैन्य सरकार ने अब तक 704 लोगों की मौत और 1,670 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है, वहीं थाईलैंड में 10 लोगों की जान गई। इस आपदा ने पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया है और म्यांमार के 6 राज्यों व थाईलैंड में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।

भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ, शुरू हुआ ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’

म्यांमार में आई इस विपदा के बाद भारत ने तुरंत मानवीय सहायता का कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप म्यांमार पहुंच चुकी है। इस अभियान को ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है। भारतीय वायु सेना का सी-130 विमान कंबल, तिरपाल, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, स्वच्छता किट, खाद्य पैकेट और किचन सेट जैसी जरूरी चीजें लेकर म्यांमार पहुंचा। इसके साथ ही एक खोज और बचाव टीम व मेडिकल स्टाफ भी भेजा गया है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर कहा कि भारत स्थिति पर नजर रख रहा है और भविष्य में भी सहायता जारी रखेगा। यह कदम भारत और म्यांमार के बीच मजबूत रिश्तों को दर्शाता है।

आंग सान सूची की सुरक्षा की पुष्टि, जेल में हैं कैद

इस आपदा के बीच म्यांमार की पूर्व प्रधानमंत्री आंग सान सूची के सुरक्षित होने की खबर ने राहत दी है। बीबीसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जेल में बंद सूची भूकंप से प्रभावित नहीं हुई हैं। म्यांमार में 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद सूची को हिरासत में लिया गया था और 2023 में भ्रष्टाचार सहित कई मामलों में उन्हें जेल की सजा सुनाई गई थी। भूकंप के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई थी, लेकिन सूत्रों ने स्पष्ट किया कि वह पूरी तरह सुरक्षित हैं।

क्षेत्र में आपातकाल, राहत कार्य तेज

भूकंप की वजह से म्यांमार और थाईलैंड में हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। म्यांमार के 6 राज्यों और थाईलैंड में आपातकाल लागू कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ अंतरराष्ट्रीय संगठन भी जुट गए हैं। सड़कें, इमारतें और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे प्रभावित इलाकों तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है, क्योंकि कई इलाकों से अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।

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