Delhi To London Bus: जल्द शुरू होगा दिल्ली से लंदन का बस सफर, 18 देशों से होकर गुजरेगी, जानिए रूट और किराया...
Delhi to London Bus: घुमक्कड़ों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही दिल्ली से लंदन तक के लिए बस सेवा शुरू होने वाली है. इस बस में सफर करते हुए यात्री 18 देशों से होकर गुजरेंगे. लगभग 60 दिन के इस सफर के दौरान तमाम देशों में रुकने और वीजा की व्यवस्था की जाएगी. दिल्ली से लंदन के बीच सड़क मार्ग से दूरी (Delhi to London distance by Road) लगभग 20 हजार किमी बताई जा रही है. इसे संचालित करने पर विचार किया जा रहा है.
भारत-म्यांमार के रिश्ते सहज होने से बढ़ें आसार
भारत और म्यांमार के बीच रिश्ते सहज होने के आसार दिख रहें हैं. जिसके चलते एक बार फिर लंदन के लिए बस सेवा शुरू हो सकती है. अगर ऐसा हुआ तो घुमक्कड़ों के लिए ये बेहद अच्छा फैसला साबित हो सकता है. यह सड़क यात्रा लगभग 20 हजार किमी की होगी. यानी भारत सबसे लंबे रूट या बस यात्रा की शुरुआत करने जा रहा है.
दिल्ली से लंदन बस सफर में कितना खर्च आएगा?
अगर सब कुछ सही रहा तो दिल्ली से लंदन (Delhi to London Bus Fare) तक जाने वाली बस 18 देशों से होकर गुजरेगी. इसमें प्रति यात्री 15 लाख रूपए का खर्च आएगा. हो सकता है यह आपको अधिक किराया लग रहा हो, लेकिन 20 हजार किमी की यात्रा और 60 दिनों के सफर के दौरान जिन देशों से बस होकर गुजरेगी उन देशों में रुकना, होटल, खाना-पीना और वीजा आदि का खर्च इस 15 लाख रूपए के किराए में शामिल है.
दिल्ली-लंदन बस रूट क्या होगा?
दिल्ली से लंदन (Delhi to London Bus Route) तक जाने वाली बस में आपको 18 देशों का सफर करने का मौक़ा मिलेगा. लगभग 20 हजार किमी की सड़क यात्रा होगी. इस बस का रूट भारत से शुरू होकर म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, चीन, किर्गिजस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान, रूस, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, फ्रांस जैसे देशों से होते हुए लंदन यानि यूनाइटेड किंगडम पहुंचेगी.
भारत में पहले भी थी लंबे रूट की बस सेवा
ऐसा नहीं है कि पहली बार भारत से इतने लंबे रूट की बस सेवा शुरू हो रही हो. इसके पहले भी भारत से लंदन के बीच बस चलाई जाती थी. तकरीबन 72 साल पहले देश में कोलकाता से लंदन के बीच बस सेवा का संचालन किया जाता था. इस बस सेवा के एक सफर को पूरा करने में तकरीबन 45 दिनों का समय लगता था. यह बस सेवा आजादी के बाद भी जारी रही और साल 1973 में इसे बंद किया गया.