FD v/s RD दोनों में क्‍या है फर्क और कहां पैसा लगाना है ज्‍यादा फायदेमंद जानिए

FD v/s RD दोनों में क्‍या है फर्क और कहां पैसा लगाना है ज्‍यादा फायदेमंद जानिए

FD v/s RD दोनों में क्‍या है फर्क और कहां पैसा लगाना है ज्‍यादा फायदेमंद जानिए
आप बिना जोखिम उठाए गारंटीड रिटर्न की तलाश में हैं, तो आप (FD) और (RD) में निवेश कर सकते हैं.
FD v/s RD दोनों में क्‍या है फर्क और कहां पैसा लगाना है ज्‍यादा फायदेमंद जानिए
ये दोनों ऐसे निवेश विकल्‍प हैं, जिनमें जोखिम न लेने वाले निवेशक पैसा लगाने को प्राथमिकता देते हैं.
FD v/s RD दोनों में क्‍या है फर्क और कहां पैसा लगाना है ज्‍यादा फायदेमंद जानिए
फडी और आरडी में लगाए पैसे डूबने का खतरा कम होता है. बैंक एक साल से 10 साल की अवधि के लिए आरडी कराने की सुविधा देते हैं.
रेकरिंग डिपॉजिट एक डेट इंसट्रुमेंट है और यह निवेशकों को उनकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी देती है.
यह शॉर्ट टर्म में फंड बनाने का अच्‍छा साधन है. आरडी का फायदा यह है कि हर महीने आप थोड़े-थोड़े पैसे जमा करा सकते हैं.
आमतौर पर आरडी का रिटर्न महंगाई दर से कम ही होता है. फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट बचत का आसान और सुरक्षित तरीका है.
आरडी में जमा 5 लाख रुपये तक पर डिपॉजिट इंश्‍योरेंस एंड गारंटी कॉर्पोरेशन की ओर से गारंटी मिलती है.
किसी कारण बैंक डूब जाता है तो 5 लाख रुपये तक की राशि निवेशक को हर हाल में वापस मिलेगी.
एफडी में किए गए निवेश को सुरक्षित माना जाता है. एफडी दो तरह की होती हैं- क्युमुलेटिव ब्याज ब्याज और नॉन-क्युमुलेटिव ब्याज वाली एफडी.
क्युमुलेटिव ब्याज वाली एफडी में आपको मैच्योरिटी पर प्रिंसिपल और कंपाउंडेड ब्याज मिलता है.
नॉन-क्युमुलेटिव ब्याज वाली एफडी में नियमित अंतराल जैसे मासिक या तिमाही आधार पर ब्याज को निकालते रहने का ऑप्शन होता है.
एफडी में सबसे पहला लाभ यह है कि इसमें ब्‍याज आरडी से ज्‍यादा मिलता है.
Author : Akash dubey
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