लखनऊ

विकास दुबे के घर की दीवारों से भारी मात्रा में निकली ऐसी चीजे, कानपुर पुलिस ने दी चौकाने वाली जानकारी

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 11:55 AM IST
विकास दुबे के घर की दीवारों से भारी मात्रा में निकली ऐसी चीजे, कानपुर पुलिस ने दी चौकाने वाली जानकारी
x
उत्तरप्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार होने वाला कुख्यात अपराधी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. लेकिन विका

उत्तरप्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार होने वाला कुख्यात अपराधी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. लेकिन विकास दुबे के बारे में कानपुर पुलिस ने जो जानकारी दी वह चौकाने वाली थी.

कानपुर पुलिस के आईजी मोहित अग्रवाल ने खुलासा किया है कि जिस तरह लोग अपने घरों की दीवारों पर कीमती सामान चुनवा कर रखते थें, उसी तरह हत्यारे विकास दुबे ने अपने घर की दीवारों में भारी मात्रा में असलहा चुनवा कर रखें थें, जिससे वह अपने नापाक इरादों को अंजाम दे सके.

Kanpur Encounter: उत्तर प्रदेश सरकार ने आज मुख्य आरोपी दुबे के सिर पर इनाम को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया

इसके पहले कानपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है. विकास दुबे का राइट हैंड कहे जाने वाले दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीँ काकादेव इलाके से तीन और औरैया से एक गाडी बरामद की गई है. अब पता लगाया जा रहा है कि इन गाड़ियों का बिरुई गाँव वाले वारदात से कोई सम्बन्ध है या नहीं.

दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा होगा दर्ज

कानपुर आईजी ने बताया दुर्दांत अपराधी को पकड़ने के लिए कोशिश सही दिशा में है. इसके साथ ही इस बात की जांच की जा रही है इतनी बड़ी वारदात के पीछे पुलिस महकमे के कौन लोग शामिल हैं. वो एक बात साफ करना चाहते हैं कि जो भी पुलिसकर्मी मुखबिरी के मामले में अगर दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.

कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद अब प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों का क़त्ल, एक गंभीर

चौबेपुर थाना प्रभारी को किया जा चुका है सस्पेंड

उन्होंने कहा कि स्थानीय थाने के सभी पुलिसकर्मियों की जांच की जा रही है. यह सवाल अहम है कि पुलिस की दबिश के मारे में विकास दुबे को कैसे मिली. क्या किसी साजिश के तहत किसी को निशाना बनाया जा रहा था. इस तरह की वारदात के पीछे कितने दिन से कोशिश की जा रही है. यह सब महत्वपूर्ण सवाल हैं जिसका जवाब मिलना अभी बाकी है. जहां तक चौबेपुर के तत्कालीन एसएचओ की बात है तो उनकी भूमिका संदिग्ध हैं और उन्हें निलंबित कर दिया गया है.

ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ें: Facebook, Twitter, WhatsApp, Telegram, Google News, Instagram
Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story