उत्तरप्रदेश

यूपी रामपुर का अनुवा गांव जहां हर व्यक्ति को ISIS जान से मारने की धमकी दे रहा, पूरा मामला जानना आपके लिए जरूरी है

यूपी रामपुर का अनुवा गांव जहां हर व्यक्ति को ISIS जान से मारने की धमकी दे रहा, पूरा मामला जानना आपके लिए जरूरी है
x
Rampur's Anuva village ISIS Letter: रामपुर के अनुवा गांव के लोग एक सप्ताह से इतने भयभीत है कि भूके मवेशियों के लिए चारा लाने भी घर से बाहर नहीं निकल रहे

UP Rampur Anuva village ISIS Letter: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के अनुवा गांव के लोग बीते एक सप्ताह से दहशत में हैं. यहां एक परिवार के 5 लोगों के साथ पूरे गांव को खत्म करने के लिए इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन मतलब ISIS ने लाल कपडे के साथ लम्बा चौड़ा धमकी भरा पत्र लिखा है. अमुवा गांव के जिस परिवार को ISIS ने जान से मारने की चिट्टी दी है वह इतना भयभीत है कि अपने भूखे मवेशियों को चारा-पानी देने तक लिए घर से बाहर नहीं निकल रहा है.

रामपुर के अमुवा गांव में मिले ISIS की चिट्टी में 4 परिवारों के 5 लोगो के साथ पूरे गांव को मार डालने की धमकी लिखी है. आतंकियों ने परिवार के सदस्यों में एक 12 साल के बच्चे का भी कत्ल करने की बात लिखी है. और पूरे गांव को सिरिन गैस से मारने की धमकी दी गई है।

ISIS ने अनुवा गांव के एक घर में लाल कपडे के अंदर 4 खत छोड़े हैं. जिस घर से ISIS के लेटर मिले हैं वहां 4 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. इस गांव में ख़ुफ़िया जांच एजेंसियों की भी नज़र है.

लाल कपड़े में लिखा है
ला इलाहा इलल्लाह, ISIS

अमुवा गांव के रहने वाले कुलदीप सिंह खेत से जब अपने घर लौटे तो दरवाजे के पास ही गिफ्ट रैपर में पैक एक चीज़ दिखाई दी, उन्होंने उस रैपर को हटाया तो उसके अंदर लाल रंग का कपडा जिसमे अरबी से कुछ लिखा था, और उसके अंदर 4 खत थे, जिन्हे कुलदीप पढ़े बिना टोटका समझकर कूड़ेखाने में फेंक आया.

गांव वालों की नज़र उस लाल कपडे में पड़ गई, जब उस कपडे को खोलकर देखा गया तो उसमे 4 लिफाफे थे, जिनके अंदर 4 खत थे. यह खत इंगिलश में लिखे और उनके नीच 2 लाइने उर्दू में लिखी थी. गांव में जब थोड़ी-बहुत इंग्लिश पहचाने वाले ने खत पढ़ा तो पता चला कुलदीप सिंह के परिवार को किसी ने जान से मारने की धमकी दी है. इसके बाद पुलिस से इसकी शिकायत की गई.

खत में 5 लोगों के नाम

इस खत में 5 लोगों के नाम हैं. कुलदीप सिंह, भानुप्रताप सिंह, वीरबल सिंह, गीता शर्मा और गीता शर्मा का 12 साल का पोता भरत शर्मा। भरत जब 4 महीने का था तभी उसके पिता की हत्या हो गई थी पिछले 8 साल से भरत दूसरे गांव में रहता है. इन सभी लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई है.

ISIS के खत में किया लिखा है

खत में इंग्लिश से लिखा है 'तुम सोचते होंगे, ये सब क्या हो रहा है? मैं तुम्हे कभी भी जान से मार सकता हूं, तुम्हारे परिवार या गांव का एक शख्स विदेश में है. उसके पास RAW और IB के दिए हुए पेनड्राइव और नक्शा है. वो पेनड्राइव और मैप हमे हर हाल में चाहिए वरना गांव का एक भी शख्स जिन्दा नहीं बचेगा।

'विदेश में रहने वाला वो शख्स उस मैप और पेनड्राइव को भारत के गृहमंत्री अमित शाह को देने का प्लान बना रहा है. वो जिन अधिकारीयों के साथ मिलकर ऐसा करने वाला है उनको हमने खरीद लिया है. उसे मालूम नहीं है कि भारत में मंत्री, अधिकारी और जज सब बिकने के लिए तैयार बैठे हैं. फिर भी वो किसी भी हाल में अमित शाह तक पहुंचने की कोशिश करेगा।

'अगर ऐसा हुआ तो कसम से गांव का एक भी इंसान जिन्दा नहीं बचेगा, वो शख्स हो या अमित शाह और योगी आदित्यनाथ तुम लोगों को कोई बचा नहीं पाएगा। हमने सरीन गैस को गांव के चारो तरफ रख दिया है. मेरे एजेंट तुम लोगों पर नज़र बनाए हुए हैं. लिफाफे में जो लाल कपडा लिपटा है वो तुम्हारी मौत का पैगाम है.

'अगर वो शख्स उस पेनड्राइव और नक़्शे को अमित शाह की जगह हमारे एजेंट को देता है तो ना सिर्फ तुम लोगों की जान बच जाएगी बल्कि 24 घंटे के अंदर तुम्हारे घर में 2 करोड़ रुपए और उस शख्स को विदेश में हाई प्रोफ़ाइल जॉब दिलवा देंगे।

'लेकिन यह यह बात पुलिस या ख़ुफ़िया एजेंसी तक गई तो तुम्हारे के लिए अच्छा नहीं है. वो पेनड्राइव और मैप तो हम ले लेंगे। तुम सोचते होंगे कि ये सब हमारे साथ क्या हो रहा है? वो इसी लिए क्योंकि तुम उस शख्स को जानते तो वो तुमसे जुड़ा है. सरीन गैस को ध्यान में रखना, तुम्हारी एक गलती पूरे गांव की जिंदगी खत्म कर सकती है.

IB जांच कर रही

कुलदीप के घर में IB और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (OSG) की टीम के साथ 4 पुलिस वाले तैनात हैं. IB मामले की जांच कर रही है. SP अशोक कुमार भी कुलदीप के घर गए थे और उन्हें कुछ भी ना होने का दिलासा दिया है.

हम तो डिब्बा फोन चलाते हैं पेनड्राइव का नाम पहली बार सुना

कुलदीप के भाई को जब खत के बारे में पता चला तो वह डर कर बेहोश हो गया, कुलदीप ने कहा मेरे भूखे थे, 7 दिन तक मैं डर के कारण अपने घर से बाहर नहीं गया. 4-5 लोगों को साथ लेकर मैं अपने जानवरों के लिए चारा काटने गया था. 60 साल की विधवा गीता शर्मा का कहना है कि मेरे 12 साल के पोते ने किसी का क्या बिगाड़ा है? वो तो गांव में रहता तक नहीं है.

खत में जिन लोगों का नाम लिखा है उनका कहना है कि- हमारे पास वो कुछ भी नहीं है जो खत में माँगा गया है. हम तो डिब्बा फोन चलाते हैं ये पेनड्राइव क्या होती है हम जानते तक नहीं। ISIS की धमकी वाले खत में 10 अगस्त की डेड लाइन दी गई है.

खत में लिखा है कि गांव का एक शख्स जो विदेश में रहता है उसके बाद पेनड्राइव और मैप है जिसे वह अमित शाह को देने वाला है. लेकिन जाँच में पता चला है कि गांव का कोई भी शख्स विदेश ही नहीं गया.


Next Story