उत्तरप्रदेश

Mathura Janmashtami 2022: भक्तों से ठसाठस हुआ बाकें बिहारी मंदिर, दम घुटने से दो लोगों की मौत, 800 की क्षमता वाले हाल में 50 हजार थे श्रृद्धालु

Mathura Janmashtami 2022: भक्तों से ठसाठस हुआ बाकें बिहारी मंदिर, दम घुटने से दो लोगों की मौत, 800 की क्षमता वाले हाल में 50 हजार थे श्रृद्धालु
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Mathura Janmashtami 2022: यूपी के मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर में भीड़ के चलते दम घुटने से दो श्रृद्धालुओं की मौत.

Mathura Janmashtami 2022: राज्य के मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Mandir) में भीड़ के चलते दम घुटने से दो श्रृद्धालुओं की मौत हो गई। जन्माष्टमी पर्व के चलते मंदिर में रात तकरीबन 2 बजे यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर में मंगला आरती (Mangla Arti) चल रही थी। क्षमता से कई गुना ज्यादा भीड़ होने के कारण लगभग आधा सैकड़ा भक्तों की तबियत बिगड़ गई तो वहीं 8 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई हैं। मरने वालों में एक महिला और एक पुरुष है।

800 भक्त की क्षमता, 50 हजार की भीड़

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में रात 12 बजे श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया। इसके बाद ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार हुआ। इस दौरान कपाट बंद थे। भक्त मंदिर के आंगन में इकट्ठा होते रहे। 1.45 बजे कपाट दोबारा खोले गए। इसके बाद 1.55 बजे मंगला आरती शुरू हुई। मंदिर के आंगन में एक साथ करीब 800 भक्त आ सकते हैं। अनुमान है कि यहां क्षमता से 50 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच गए। भीड़ अधिक होने की वजह से कुछ श्रद्धालुओं का दम घुटने लगा।

सांस लेने में दिक्कत होने के बाद नोएडा सेक्टर 99 की रहने वाली महिला निर्मला देवी और वृंदावन की भूलेराम कॉलोनी रुक्मणि विहार के रामप्रसाद विश्वकर्मा की सबसे पहले तबीयत बिगड़ी। रेस्क्यू टीम अस्पताल लेकर जा रही थी, मगर उन्होंने दम तोड़ दिया। राम प्रसाद मूल रूप से जबलपुर के रहने वाले हैं।

4 नंबर गेट में बेहोष हुआ भक्त

बांके बिहारी मंदिर में 2 एग्जिट गेट हैं। 1 नंबर और 4 नंबर। सबसे पहले 4 नंबर गेट पर एक श्रद्धालु दम घुटने से बेहोश हो गया। उसे पुलिस कर्मी बाहर निकाल ही रहे थे कि मंदिर से निकलने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक जमा हो गई। कुछ श्रद्धालुओं को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी। एक और महिला बेहोश हो गईं। इसके बाद कुछ और श्रद्धालुओं की तबीयत भी बिगड़ी थी।

व्यवस्था पर भी सवाल

बताया जा रहा है कि मंदिर में भीड़ ज्यादा होने के कारण धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जबकि पुलिस महज मेन गेट पर तैनात थी, अंदर किसी भी तरह की सुरक्षा-व्यवस्था नही थी। तो वहीं भक्त भीड़ होने के चलते निकलने वाले गेट से भी अंदर घुसने लगें। जिससे रास्ता पूरी तरह से ब्लॉक हो गया था।

वर्ष में एक बार होती है मंगला आरती

मंदिर के सेवायतो का कहना है कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती की परंपरा नहीं है। यहां ठाकुर जी बाल स्वरूप में हैं और रात को निधिवन में रास रचाने जाते हैं। इसलिए सुबह उन्हें उठाया नहीं जाता। ठाकुरजी की मंगला आरती साल में सिर्फ एक बार जन्माष्टमी के दिन होती है। इस दिन कान्हा ठाकुर बनकर रात में भक्तों को दर्शन देते हैं। हादसे के वक्त भी 1ः55 बजे मंगला आरती हो रही थी। इसके बाद कुछ समय के लिए पट बंद किए गए थे। इस दरम्यान क्षमता से अधिक भक्त मंदिर परिसर में इकट्‌ठा हो गए।"

सीएम योगी ने दिए निर्देश

बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शोक व्यक्त किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत लोगों के परिवार वालों के लिए संवेदना व्यक्त की। उन्होंने गृह मंत्रालय को डायरेक्शन दिए कि त्यौहार पर मंदिरों में भीड़ को देखते हुए, पहले से ज्यादा बेहतर इंतजाम किए जाए।

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

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