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Kushinagar Accident: यूपी के कुशीनगर की कुंए में समाई 35 से 40 महिलाएं और बच्चियां, 13 की मौत, हल्दी रस्म के दौरान हुआ हादसा
Kushinagar Accident: पूरा परिवार शादी की खुशियों में झूम रहा था और हल्दी रस्म के दौरान कुंए पूजन करने पहुची महिलांए उसका स्लैब टूट जाने से उसमें समां गई। देखते-ही-देखते वहां नाच गाने छोड़कर चीख पुकार मच गई। यह दिल दहला देने वाला हादसा उत्तर-प्रदेश के कुशी नगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के तहत हादसे में अब तक 13 की मौत हो गई। मृतकों में 9 बच्चियां और चार महिलाएं हैं। हादसा बुधवार की रात तकरीबन साढ़े 9 बजे का है। मौके पर पहुचे प्रशासन ने देर रात तक रेस्क्यू किया। करीब 25-30 महिलाएं घायल हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कुशवाहा परिवार में था आयोजन
जानकारी के तहत नौरंगिया स्कूल टोला के रहने वाले परमेश्वर कुशवाहा के बेटे की हल्दी रस्म का कार्यक्रम था। देर रात आसपास 50-60 महिलाएं और लड़कियां गांव के बीच में बने पुराने कुएं के पास कुआं पूजन के लिए पहुंची थीं। कुएं पर स्लैब बना था। कुएं पर ढक्कन रखा गया था। पूजा के दौरान महिलाएं स्लैब पर चढ़ गईं। एक साथ महिलाएं स्लैब पर चढ़ीं तो जर्जर स्लैब अचानक टूट गया और महिलाएं-बच्चियां उसमें समा गई।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) February 17, 2022
गहरा था कुआं
बताया जा रहा है कि हादसे वाली यह कुआं गहरी थी और 10 फिट में पानी भरा हुआ था। जिसके चलते ज्यादा संख्या में मौत हो गई है। रात का अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में समस्या और समय और समय लग गया।
इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई और मौके पर पहुची पुलिस गोताखोरों को कुएं उतार कर सर्च किया। पुलिस ने बताया कि सभी घायलों को कुएं से निकालकर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। हादसे को लेकर महिलाओं का कहना था कि कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ और सब एक दूसरे को पकड़ने का प्रयास करती रही तो वही कुंए समाती रही।
दुल्हा-दुल्हन के लिए रास्ते बनने की है रस्म
बताया जा रहा है कि महिलाएं बुधवार की रात नाचते-गाते हल्दी की रस्म मटिकोड़वा निभाने के लिए निकलीं। रास्ते में खूब नाच-गाना हुआ। साथ में बच्चियां भी ढोल-मजीरे की धुन पर थिरक रही थीं। उनका कहना है कि लड़के के घर की महिलाएं शादी की रस्म की तरह मंदिर, कुएं सहित मुख्य स्थानों पर रास्ता बनाने की रस्म अदायगी करती हैं। जिससे बारात लड़की के घर बगैर किसी अवरोध के पहुंचे और वधू बिना किसी मुसीबत के घर आ सके। उन्हें क्या पता था। उन्हे क्या मालूम की यह रास्ता ही उनके जीवन का कांटा बन जाएगा।
पीएम और सीएम ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी एवं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कुशीनगर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसा हृदयविदारक है। उन्होने प्रशासन को निर्देश दिए है कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जाए। प्रशासन ने मृतकों के परिजन को 4 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है।