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7 साल की मासूम के साथ गैंगरेप, हत्या के बाद लिवर निकालकर चाचा-चाची को खिलाया
Kanpur Rape & Murder Case / 7 साल की मासूम के साथ गैंगरेप और हत्या का रूह कंपा देने वाला मामला उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले से आ रहा है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि दिवाली की रात मासूम का पहले गैंगरेप किया गया फिर उसकी हत्या कर उसका लिवर आरोपित दम्पति ने खाया और कुत्तों को खिला दिया.
संतान की चाह में चढ़ा दी मासूम की बलि
मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि मासूम बच्ची की हत्या संतान की चाह में तंत्र मन्त्र का सहारा लेते हुए निःसंतान दम्पति ने की है. दम्पति ने भतीजे से मासूम की हत्या कराई थी.
मामले के सम्बन्ध में बताया गया है कि भतीजे ने पहले अपने दोस्त के साथ मिलकर मासूम बालिका के साथ गैंगरेप किया. इसके बाद उसकी हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उसका लिवर निकालकर चाचा-चाची को खिलाया और बचा हुआ लिवर कुत्तों को खिला दिया था. हत्याकांड को अंजाम देने वाले दम्पति ने इसके एवज में भतीजे को 500 और उसके दोस्त को 1000 रुपए दिए गए.
पड़ोस की दुकान में सामान लेने गई थी बच्ची, फिर नहीं लौटी
SP ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि घाटमपुर थाना क्षेत्र के भदरस गांव के एक शख्स की 7 वर्षीय बेटी दिवाली की शाम पड़ोस की दुकान में सामान लेने गई थी, लेकिन वह लौटी नहीं. परिजनों के रात भर खोजने के बाद भी जब वह नहीं मिली, पुलिस को भी सूचित किया गया था.
सुबह काली मंदिर के पास कुछ लोगों को बच्ची का क्षत-विक्षत शव मिला. शरीर पर कपड़े नहीं थे. पास में ही खून से सनी उसकी चप्पलें पड़ी थीं. मौका-ए-वारदात पर पड़ताल में तंत्र-मंत्र के कारण वारदात को अंजाम देने अंदेशा जताया. ऐसा इसलिए, क्योंकि घटना दिवाली की रात की थी. इस दिन अघोरी साधना वाले अनुष्ठान करते हैं, दूसरा यह कि शव काली मंदिर के सामने मिला था. शरीर के कई अंदरूनी अंग भी गायब थे.
पुलिस ने घटना की तफ्तीश शुरू की. संदेह के आधार पर गाँव के ही अंकुल और बीरन को हिरासत में लिया गया. पहले तो दोनों ही पुलिस को गुमराह करते रहें, इसके बाद सख्ती दिखाने पर वह टूट गए और घटना को किस तरह से अंजाम दिया उसकी कहानी पुलिस के सामने बयान कर डाली.
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अंकुल ने पुलिस को बताया कि चाचा परशुराम ने हमें बताया था कि उसने एक किताब में पढ़ा है कि अगर किसी बच्ची का कलेजा (लिवर) वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर खाए तो संतान की प्राप्ति होगी. इसके लिए चाचा ने हमें पैसे दिए थें.
ऐसे दिया घटना को अंजाम
अंकुल ने बताया कि घटना को अंजाम देने के पहले हम दोनों ने पहले शराब पिया. इसके बाद पटाखा दिलाने के बहाने बच्ची को घर से उठा लाएं, जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे गला दबाकर मार डाला. फिर उसके पेट फाड़कर उसके अंदर से सारे अंग निकाल लिए और परशुराम को ले जाकर दे दिए.
अंकुल के मुताबिक, चाचा परशुराम ने चाची के साथ मिलकर बच्ची का कलेजा खाया और बाकी अंग कुत्ते को खिला दिए. फिर पॉलिथीन में बांधकर फेंक दिए. चाचा ने इस काम के लिए मुझे 500 और दोस्त बीरन कुरील को 1000 रुपए देकर तैयार किया था.
संतान की चाह में कलेजा लाने को भतीजे को किया था तैयार
SP ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि उसी गांव में रहने वाले परशुराम की शादी 1999 में हुई थी. लेकिन उसे कोई भी संतान नहीं थी. संतान की चाहत में उसने अपने भतीजे अंकुल को बच्ची का कलेजा लाने के लिए तैयार किया. घटना की पूरी जानकारी परशुराम व उसकी पत्नी सुनैना को भी थी. दोनों को हिरासत में ले लिया गया है. अभी दोनों से गहनता से पूछताछ की जा रही है और वहीं, अंकुल और वीरन कुरील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
CM ने घटना का लिया था संज्ञान
घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया था. उन्होंने अफसरों को घटना का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे. जिसके चलते कानपुर की पुलिस ने तेजी दिखाते हुए सोमवार देर रात घटना का खुलासा कर दिया है.