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रीवा रेंज आईजी एक माह की छुट्टी पर? इधर यूपी पुलिस की गिरफ्त में डकैत सोहन कोल ने एमपी पुलिस का दावा झुठलाया, कहा: बबली-लवलेश को मैने मारा
रीवा। रीवा-सतना के जंगलों से मुठभेड़ में डकैतों का सफाया करने की बात कहकर मध्यप्रदेश पुलिस (MP Police) के रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर एक माह की छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं दो दिनों तक कुख्यात डकैत बबली कोल गैंग के मुठभेड़ में खात्मे की बात कहने के बाद प्रदेश भर में वाहवाही लूटने वाली रीवा एवं सतना पुलिस समेत रीवा रेंज के आईजी को झटका तब लगा जब यूपी पुलिस ने बबली गैंग के ही एक डकैत सोहन कोल को गिरफ्त में ले लिया एवं सोहन ने मध्यप्रदेश पुलिस के मुठभेड़ को ही फर्जी करार दे दिया और कहा कि बबली एवं लवलेश को मैने मारा है।
उल्लेखनीय है कि गत 16 सितंबर को बबुली कोल और उसके एक साथी लवलेश की लाश सतना के जंगल से बरामद हुई थी। सतना पुलिस ने बबुली को एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया था। अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, यूपी पुलिस ने एमपी पुलिस के कथित मुठभेड़ के बाद बबुली कोल के साथी डकैत एक लाख रुपए के इनामी सोहन कोल को गिरफ्तार कर लिया। सोहन कोल ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि उसी ने बबुली और लवलेश को मारा। हालांकि इससे पहले एमपी पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने दोनों को मुठभेड़ में मार गिराया था।
जानकारी के मुताबिक, बबुली कोल और लवलेश के मारे जाने के बाद पुलिस उस गिरोह के बचे हुए सदस्यों की तलाश कर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार की सुबह यूपी एसटीएफ और चित्रकूट पुलिस की पाठा के जंगलों में बबुली कोल के गिरोह के डकैतों से मुठभेड़ हो गई। कई राउंड फायरिंग के बाद पुलिस टीम ने एक लाख रुपए के इनामी डकैत सोहन कोल को गिरफ्तार कर लिया है। सोहन कोल के पास से दो थर्टी स्प्रिंग सेमी औटोमैटिक रायफल व एक 315 बोर की रायफल सहित 100 कारतूस बरामद किए। यह मुठभेड़ मारकुंडी थाना क्षेत्र के कल्यानपुर गांव में हुई।
उत्तरप्रदेश पुलिस (UP Police) के डीआईजी दीपक कुमार ने बताया कि बबुल कोल और लवलेश के मारे जाने के बाद गिरोह के अन्य सदस्य सोहन कोल, संजय, छोटा भैया और लाली हथियार और कारतूत लेकर भागने में सफल हो गए थे। जिसके बाद पुलिस को इस गिरोह के जंगलों में छुपे होने की सूचना मिल रही थी। जिसके चलते मानिकपुर के जंगलों में पुलिस कांबिंग कर रही थी।
उन्होंने बताया कि कल्याणपुर के जंगलों में कांबिंग के दौरान एक डकैत दिखाई दिया तो पुलिस टीम द्वारा चैलेंज करने पर डकैत फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने अपनी जवाबी फायरिंग की है कि इस व्यक्ति को हिम्मत एवं साहस दिखाते हुए घेरकर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्त में आए डकैत का नाम सोहन कोल है, सोहन पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित है।
315 बोर राइफल 6 चार्जर 30 स्प्रिंगफील्ड एवं कारतूस बरामद डीआईजी ने बताया कि सोहन कोल के पास से 315 बोर राइफल 6 चार्जर 30 स्प्रिंगफील्ड एवं विभिन्न बोर्ड के सदस्य कारतूस बरामद हुए हैं।
घर नहीं जाने देता था बबली, इसलिए मार दिया वहीं, डकैत सोहन कोल ने मीडिया के सामने बयान दिया कि बबुली कोल और लवलेश कोल को उसने मारा है। सोहन कोल ने बताया कि बबली कोल उसको घर जाने की इजाजत नहीं देता था। इतना ही नहीं फिरौती के पैसे में हिस्सा भी नही देता था। इससे परेशान सोहन कोल ने बबुली कोल के सिर पर और लवलेश कोल को गोली मारकर मौत के घाट उतारा दिया। सोहन कोल ने बताया कि उस वक्त कुल सोहन, छोटे भैया, लाली, लवलेश, संजय और बबुली समेत छह लोग बैठे हुए थे। मैंने लवलेश को मारकर बबुली को निहत्था बना दिया। इसके बाद मैंने उसके सिर में गोली मारकर उसे भी मौत उतर दिया। एमपी पुलिस को इस बात की भनक कैसे लगी इस पर उसने बताया कि उस वक्त लाली वहां मौजूद था। उसी ने इसकी जानकारी उन्हें दी होगी। सोहन कोल के इस दावे पर डीआईजी दीपक कुमार ने कहा कि यह जांच का विषय है।
बहरहाल सोहन कोल के पकड़े जाने के बाद से एमपी पुलिस के दावों पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। अब यह वक्त ही बताएगा कि आखिर बबली कोल एवं लवलेश कोल को एमपी पुलिस ने मारा या वाकय मीडिया के सामने दोनो की हत्या करने का दावा ठोंकने वाले एक लाख रूपए इनामी सोहन कोल ने मारा। वहीं रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर का अचानक मनमुताबिक एक माह की छुट्टी पर जाना या शासन द्वारा उन्हे छुट्टी पर भेजना भी संदेह के घेरे में होने के साथ ही चर्चा का विषय बन चुका है।