उज्जैन

अब पक्षी भी रहेंगे पक्के मकान में, उज्जैन में बनाया गया 60 फिट ऊंचा पक्का घोंसला

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पक्षियों के लिए उज्जैन (Ujjain) में 60 फिट ऊंचा पक्का घोंसला बनाया गया है।

उज्जैन (Ujjain) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में पक्षियों के रहने के लिए 60 फीट ऊंचा मीनार बनाई गई है। इस मीनार में करीबन दो हजार पक्षियों के रहनी की व्यवस्था है। यहां पक्षी आसानी से रह सकते हैं। यह पुण्य कार्य गुजरात के श्रीराम कबूतर घर ट्रस्ट के द्वारा कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार गुजरात के वाघ जी महाराज पक्षियों के लिए घर बनाने का कार्य 40 वर्षों से कर रहे हैं। उनका अभियान अब देश के कई राज्यों में फैल चुका है। ऐसे में वाघ जी महाराज का यह प्रयास जोर पकड़ता नजर आ रहा है।

पक्के घोसले की आवश्यकता क्यों

गुजरात के रहने वाले बाघजी महाराज का मानना है की जंगलों में पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई के बाद पक्षी बेघर हो गए हैं। अब उनके रहने के लिए हमें ही घोशालो का निर्माण करना होगा। महाराज जी का यह अभियान से हम सबाकों प्रेरणा देता है हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ न करें। क्योंकि लोग प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तो करते हैं। लेकिन उसकी भरपाई की ओर किसी की नजर नहीं है। ऐसे में बेघर हुए पक्षियों के निवास के लिए पक्के घोसले की आवश्यकता और भरपाई है।

पक्के घोसले के लाभ

मंगलनाथ मंदिर के पुजारी राजेंद्र भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि वाघ जी महाराज द्वारा पक्के घोसले की आवश्यकता पर इच्छा व्यक्त की गई थी। उनका मानना है की पक्के घोसले से पक्षियों की रक्षा होती है साथ ही वंश वृद्धि भी सहजता से होगी। देखा गया है के पक्षी हमारे घरों के कोनों में अपना घोंसला बनाकर अंडा देते हैं ऐसे में अगर उनके लिए अलग से भवन का निर्माण करवा रहे हैं तो यह तो बहुत ही प्रसन्नता का विषय होगा।

यहां बना पक्षियों का घर

जानकारी के अनुसार उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर परिसर में पक्षियों के लिए दो बड़ी मीनार बनकर तैयार है। इसमें 650 घोंसले है जिसने करीबन दो हजार से भी ज्यादा पक्षी निवास कर सकते हैं। मीनार की ऊंचाई 60 से 65 फिट की है। मीनार में पक्षियों के रहने के साथ ही दाना और पानी का भी इंतजाम किया गया है।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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