- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- उज्जैन
- /
- Mahakal Lok: एमपी के...
Mahakal Lok: एमपी के उज्जैन में बनी ढाई सौ मीटर लंबी सुरंग, 8 लाख भक्त कर सकेंगे महाकाल के दर्शन
मध्यप्रदेश के उज्जैन में ढाई सौ मीटर लंबी भूमिगत सुरंग बनाई गई है। यह सुरंग मंदिर के पीछे से खुलेगी। जिससे भीड़ के दौरान बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचने वाले भक्तों को काफी सहूलियत होगी। त्योहारों के समय मंदिर परिसर में भक्तों की संख्या ढाई लाख तक हो जाती है। ऐसे में दर्शन व्यवस्था बनाने के लिए यह सुरंग काफी मददगार साबित होगी। आठ से दस लाख भक्त आसानी से मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
80 प्रतिशत काम पूरा
उज्जैन महाकाल लोक-2 का लोकार्पण आचार संहिता लगने से पहले करने की तैयारी प्रशासन द्वारा की गई है। हालांकि इसका अभी 80 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो सका है। 250 करोड़ से तैयार हुए इस महाकाल लोक का लोकार्पण 5 अक्टूबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान करेंगे। मंदिर परिसर में ढाई सौ मीटर लंबी सुरंग बनाई गई है जो सीधे गर्भगृह के दाईं ओर खुलेगी। सिंहस्थ और अन्य त्योहारों के अवसर पर इस सुरंग से भक्त दर्शन के लिए आ सकेंगे। कुल 30 लाइनों के माध्यम से महाकाल के दर्शन की व्यवस्था हो जाएगी और लाखों भक्तों को आसानी से दर्शन मिल सकेंगे। महाकाल लोक में 6सौ कारों की पार्किंग के अलावा अन्न क्षेत्र और यूनिटी मॉल सहित अन्य कार्यों का लोकार्पण होना है।
प्रतिदिन दर्शन के लिए पहुंच रहे 80 हजार से अधिक लोग
80 हजार से एक लाख तक लोग महाकाल मंदिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। जबकि त्योहारी सीजन में यह संख्या बढ़कर दो से ढाई लाख हो जाती है। ऐसे में दर्शन व्यवस्था गड़बड़ाए नहीं इसको लेकर भूमिगत सुरंग बनाई गई है। यहं मंदिर के पीछे से खुलेगी। दर्शन के बाद दूसरी ओर से भक्तों की भीड़ को मंदिर के बाहर किया जा सकेगा। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक महाकाल लोक के दूसरे चरण की तैयारी पूरी है। मंदिर में भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए काम किए गए हैं। महाकाल लोक में पार्किंग क्षमता बढ़ाने के साथ ही त्रिवेणी गेट से भक्तों की एंट्री को सुगम किया गया है। अनुभूति वन और तपोवन का निर्माण भी किया गया है। महाकाल लोक के दूसरे चरण में 20 करोड़ की लागत से भोजनशाला भी तेयार की गई है। इसमें दिन भर में एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था होगी। एक साथ तीन हजार लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। यह अन्न क्षे़त्र भक्तों के लिए निःशुल्क होगा।