- Home
- /
- टेक और गैजेट्स
- /
- इस्तानबुल में बिजली...
इस्तानबुल में बिजली बनते देख आनंद महिंद्रा ने नितिन गडकरी से पूछा- क्या हम ऐसा नहीं कर सकते
Nitin Gadkari: महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेरयमैन आनंद महिंद्रा सोशल मिडिया में काफी एक्टिव रहते हैं. उन्होंने हाल ही में ट्विटर में एक वीडियो पोस्ट करते हुए केंद्रीय सड़क एंव परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से एक सवाल किया है. उन्होंने पूछा की जैसे इस्तानबुल में बिजली बनाई जाती है वैसे क्या हम भारत में नहीं कर सकते?
आनंद महिंद्रा ने जो इस्तानबुल के हाइवे का वीडियो शेयर किया है उसमे सड़क में बीच में टरबाइन लगाई गई हैं. सड़क के दोनों तरफ जब वाहन भागते हैं तो टरबाइन घूमती है जिससे बिजली जनरेट होती है. आनंद महिंद्रा ने इस पॉवर जनरेटिंग मॉडल के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- शानदार, अगर ऐसा भारत में भी होने लगे तो ऊर्जा के मामले में देश ग्लोबल फ़ोर्स बन सकता है.
इस्तानबुल में कैसे बिजली बनती है
Developed by Istanbul Technical University. Ingenious. Uses the wind generated by passing traffic. Given India's traffic, we could become a global force in wind energy! 😊 Can we explore using them on our highways @nitin_gadkari ji? https://t.co/eEKOhvRpDo
— anand mahindra (@anandmahindra) April 6, 2022
वैसे ही बनती है जैसे हर देश में. मतलब थर्मल, हाइडल, सोलर और विंड एनर्जी से. लेकिन इस्तानबुल में हवा से भी बिजली बनाई जाती है। सड़क के बीच में जहां डिवाइडर होता है वहां कई सारे मोटर (टरबाइन) लगा दिए जाते हैं. जब कोई गाड़ी सड़क से गुजरती है तो उसकी हवा से टरबाइन घूमता है. टरबाइन हवा में मौजूद कार्बन डाई ऑक्साइड के लेवल की जांच भी करती है और हर घंटे 1 किलो वॉट बिजली भी पैदा करती है. और ऐसी हज़ारों टरबाइन लगी हुई हैं.
आनंद महिंद्रा क्या चाहते हैं
आनंद महिंद्रा को इस्तानबुल का पावर सेविंग और पॉवर जनरेटिंग मॉडल काफी भा गया. उन्होंने इसका वीडियो शेयर कर नितिन गडकरी से पूछा- क्या भारत में भी ऐसा किया जा सकता है? आनंद महिंद्रा का कहना है कि भारत में यह तकनीक आसानी से बिजली बनाने का बेहतरीन तरीका बन सकती है.