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NASA Moon Mission: चांद में इंसानों के पुतले क्यों भेज रहा है NASA? आज रात Artemis 1 लॉन्च होगा

NASA Moon Mission: चांद में इंसानों के पुतले क्यों भेज रहा है NASA? आज रात Artemis 1 लॉन्च होगा
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Artemis 1 Launch Video: NASA का चांद में जाने वाला रॉकेट Artemis 1 आज रात 11:47 बजे लॉन्च होगा

नासा का मून मिशन 2022: अमेरिकी स्पेस रिसर्च एजेंसी NASA एक बार फिर Moon Mission के लिए प्रयास कर रहा है. इस बार नासा का मिशन मून कुछ अलग है. आज रात 11:47 बजे NASA का चन्द्रमा तक जाने वाला रॉकेट Artemis 1 लॉन्च कर दिया जाएगा। NASA Artemis 1 Moon Mission दूसरा प्रयास है इससे पहले वाली कोशिश तकनिकी खराबी के कारण फेल हो गई थी.

29 अगस्त के दिन NASA Artemis 1 को लॉन्च करने जा रहा था लेकिन रॉकेट के इंजन में कुछ दिक्कत आ गई. और मौसम ने भी साथ नहीं दिया। इसी लिए अब NASA ने 3 सितंबर शनिवार की रात 11:47 पर Artemis 1 को फिर से लॉन्च करने की कोशिश कर रहा है.

क्या है आर्टेमिस-1 मून मिशन


What is Artemis-1 Moon Mission: USA 53 साल बाद वापस चंद्रमा की सतह में कदम करने के लिए Artemis-1 Moon Mission शुरू कर रहा है. आज जो रॉकेट चांद के लिए रवाना किया जा रहा है वो नासा का ट्रायल है. इसमें कोई अंतरिक्ष यात्री नहीं होगा, बल्कि तीन इंसानी पुतले होंगे जिनमे दो महिलाओं के और एक पुरुष जैसा दिखने वाला पुतला होगा। Artemis-1 को लॉन्च करके नासा यह पता लगाना चाहता है कि हमारे वैज्ञानिक चांद में पहुँचने के बाद सही सलामत लौट पाएंगे या नहीं।

21 लाख किमी दूर है चांद

बता दें की नासा का Artemis-1 20 लाख 92 हज़ार 147 किलोमीटर दूर जाकर चांद की सतह तक पहुंचेगा। यह रॉकेट पहले चंद्रमा के दो चक्कर लगाएगा। यह चांद से भी 64,374 किमी आगे जाएगा और एक चक्कर मारते हुए लैंड करेगा। पृथ्वी से चांद तक पहुंचने में Artemis-1 को 42 दिन का समय लगेगा।

रॉकेट में इंसानी पुतले क्यों भेज रहा नासा

अंतरिक्ष में रेडिएशन का खतरा होता है, ऐसे में वैज्ञानिकों को कैंसर हो सकता है. इसी लिए अपने वैज्ञानिकों को भेजने से पहले नासा चांद में पुतलों को भेज रहा है. इन्हे मैनिकिन्स कहते हैं. जिनका इस्तेमाल साइंटफिक रिसर्च के लिए किया जाता है. इन तीनों पुतलों के नाम भी रखे गए हैं. हेल्गा, जोहर और मूनिकिन जो अलग-अलग चीज़ों का पता लगाएंगे।

नासा चांद पर इंसानों को कब भेजेगा

Artemis-1 के बाद 2024 में Artemis-2 लॉन्च होगा जिसमे वैज्ञानिक होंगे, लेकिन वह चांद पर नहीं उतरेंगे बस चक्कर काटकर लौट आएँगे और 2025 में Artemis-3 लॉन्च होगा जिसमे नासा के अंतरिक्ष यात्री चांद की सतह में उतरेंगे।

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