- Home
- /
- टेक और गैजेट्स
- /
- 8 साल में भारत की...
8 साल में भारत की न्यूक्लियर पॉवर कैपेसिटी 40% बढ़ गई. सरकार ने बताया कि प्रोडक्शन 47,112 मिलियन यूनिट पहुंच गया
India's nuclear power capacity increased by 40% in 8 years: भारत की न्यूक्लियर पॉवर कैपेसिटी 8 साल में 40% तक बढ़ गई है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि-
भारत की न्यूक्लियर पावर कैपेसिटी में 2014 के बाद बड़ा उछाल आया, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। 2013-14 में भारत का एनुअल न्यूक्लियर पावर जनरेशन 35,333 मिलियन यूनिट था, 2021-22 में यह 47,112 मिलियन यूनिट पहुंच गया। साढ़े 8 साल में यह लगभग 30 से 40% बढ़ा है.
दूसरे राज्यों में बनाए जाएंगे न्यूक्लियर पॉवर प्लांट
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में न्यूकिलयर प्रोजेक्ट दक्षिणी राज्यों में या पश्चिमी महाराष्ट्र और गुजरात तक सिमित थे. लेकिन मोदी सरकार ने अन्य हिस्सों को भी बढ़ावा देने का काम कर रही है. इसके लिए हरियाणा के गोरखपुर में भी न्यूकिल्यर पॉवर प्लांट बन रहा है.
दुनिया का पहला थोरियम न्यूक्लियर प्लांट तमिलनाडु में है
बता दें कि यूरेनियम-233 का इस्तेमाल करने वाला दुनिया का पहला थेरियम बेस्ड न्यूक्लियर प्लांट 'भवनी' तमिलनाडु के कलपक्कम में स्थापित किया जा रहा है। यह पूरी तरह से स्वदेशी और इस तरह का पहला पॉवर प्लांट होगा। बता दें कि थोरियम प्लांट कामिनी कलपक्क्म में पहले से स्थापित है
11 स्वदेशी हैवी वाटर रिएक्टर्स की अनुमति मिली
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के आने से पहले देश में सिर्फ 22 रिएक्टर थे, 2017 में पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने 1.05 करोड़ रुपए की लागत और 7000 MW की कुल क्षमता वाले 11 स्वदेशी हैवी वाटर रिएक्टर्स की मंजूरी दी है.