मध्यप्रदेश के उपभोक्ता आयोगों में पांच वर्ष के दौरान रेलवे के खिलाफ 3 हजार 871 केस दर्ज कराए गए। जिनमें सर्वाधिक मामले सामान चोरी के बताए गए हैं।