मृत्यु जीवन का अटल सत्य है। इसे नकारा नहीं जा सकता। हमारे धार्मिक पुस्तकों में तथा जीवन में भी लोगों को महसूस होता है कि व्यक्ति सिर्फ अपनी मृत्यु के बारे में अवश्य जानता है।