रीवा

पक्षपात रीवा के लिये करना पड़ा तो करूँगा, पर यह न्याय की कुर्सी है खुली ऑख से न्याय होगाः विधानसभा अध्यक्ष

पक्षपात रीवा के लिये करना पड़ा तो करूँगा, पर यह न्याय की कुर्सी है खुली ऑख से न्याय होगाः विधानसभा अध्यक्ष
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रीवा। इस धरती और यहां के लोगो की वजह से आज यह मुकाम मिला है। ऐसे में रीवा के लिये अगर पक्षपात करना पड़ा तो मय बार-बार करूगा। यह बाते नव निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष गिरिश गौतम ने टीआरएस कालेज के एनसीसी मैदान में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायत द्वारा अभिनदंन समारोह को सम्बोधित करते हुये कहीं है। 

रीवा। इस धरती और यहां के लोगो की वजह से आज यह मुकाम मिला है। ऐसे में रीवा के लिये अगर पक्षपात करना पड़ा तो मय बार-बार करूगा। यह बाते नव निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष गिरिश गौतम ने टीआरएस कालेज के एनसीसी मैदान में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायत द्वारा अभिनदंन समारोह को सम्बोधित करते हुये कहीं है।

उन्होने कहां कि बड़ी जिम्मेदारी दी गई हैं। उसे पूरी तरह से निभाना है। जिस कुर्सी पर वे बैठे है वह न्याय की कुर्सी है। वे खुली ऑख से न्याय करेगे। इस कुर्सी पर पक्ष और विपक्ष नही होता है।

विकास की होगी बात

विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम ने कहां कि विकास की शुरूआत राजेन्द्र शुक्ला ने किया है। इससे एक मार्ग प्रशस्त हुआ, अब तो सभी मंत्रीयो को सुनना पड़ेगा और रीवा के लिये जो भी जरूरत होगी उसे पूरा करने के लिये काम किया जायेगा। विकास के लिये कोई भी बांधा नही आने दी जायेगी बल्कि विकास को और गति दी जायेगी।

संर्घष का मिला परिणाम

श्री गौतम ने कहां कि जो आज कुछ मिला है वह संर्घष का परिणाम है। वर्ष 1980 में गुढ़ से पहली बार चुनाव मैदान में वे उतरे और हार गये, लेकिन राजनीति की सीख मिली। जिसके बाद वे संर्घष करते रहे। उन्होने कहां कि बहुत से लोग संर्घषों के बीच रूक जाते है लेकिन हम उनके लिये उदाहरण है। इस दौरान उन्होने बताया कि संर्घष के दिनों में जेल जाने की होड़ लगती थी और वे 17 बार जेल गये थे।

राजनीति में मंथन की जरूरत

विधानसभा अध्यक्ष ने कहां कि राजनीति में मंथन की जरूरत है। मंथन से जो अमृत निकले वह जन मानस में परोसा जाना चाहिये, तभी विकास की गति और विश्वास एवं जनता का ऋण पूरा होगा।

गुरूओं को किया नमन

नवर्निवचित विधानसभा अध्यक्ष ने अपने राजनैतिक गुरूओ को याद करते हुये बताया कि वरिष्ठ अधिवक्ता धनश्याम सिंह एवं भगवत शरण माथुर उनके गुरू है। जिसके वजह से वे राजनीति की सीढ़ीयों को चढ़ने में आज सफल हुये। पहली बार मनगंवा से और फिर तीन बार देवतालाब से चुने जाने के बाद आज विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर असीन हुये है।

जगह-जगह हुआ स्वागत

विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार रीवा पहुचे गिरिश गौतम का अभिनंदन समारोह के पूर्व जगह-जगह स्वागत किया गया है। वे सुबह प्लेन से चोरहटा हवाई पट्रटी पर उतरे और फिर वाहनों के काफिले के साथ शहर में निकले। रेल्वे स्टेशन, भाजपा कार्यालय, जयस्तम्भ, वेंकट रोड, शिल्पी प्लाजा सहित कालेज चौक पर भाजपा के लोगो ने उनका भव्य स्वागत किये है। इस दौरान विधायकों सहित भाजपा के लोग उनके साथ रहे।

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम के दौरान रीवा सांसद जर्नादन मिश्रा, पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेन्द्र शुक्ला, विधायक नाग्रेन्द सिंह, श्यामलाल द्विवेदी, पचूंलाल प्रजापति, पूर्व विधायक पन्नाबाई प्रजापति, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं विधायक शरदेन्दु तिवारी, भाजपा प्रदेश मंत्री राजेश पांडे, जिलाध्यक्ष अजय सिंह, पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा, कलेक्टर इलैया राजा टी सहित भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्त्ता एंव जिले भर से आये पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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