थाली में क्यों नहीं रखी जाती तीन रोटियां, क्यों माना जाता है अशुभ? जानें पूरा कारण
Thali Mein Teen Rotiyan Kyu Nahi Di Jati: हिंदू धर्म में भोजन करने के भी कई सारे नियम बनाए गए हैं। यहां तक कि भोजन बनाने के भी नियम तय हैं। अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाता तो इसे अपशगुन के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में आज हम एक छोटी लेकिन बहुत महत्वपूर्ण बात बताने जा रहे हैं। कई बार आपने भी बड़े बुजुर्गों को थाली में तीन रोटी रखने से मना करते हुए सुना होगा। अवश्य दिमाग में एक प्रश्न पूछा होगा कि ऐसा क्यों। आईए इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
माना जाता है अशुभ
अगर किसी व्यक्ति को थाली में एक साथ तीन रोटी रखकर परोसा जाता है उसे बहुत अशुभ मानते हैं। तीन रोटी रखकर उसका सेवन करने से उसके मन में शत्रुता का भाव उत्पन्न होता है। ऐसा इसलिए करने से मना किया गया है। कई लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं। लेकिन जब हमारे शास्त्र, लोक नीति और कुलरीति में कुछ परहेज करने के लिए कहा गया है तो उसने हर्ज ही क्या है। हमें उसका पालन करना चाहिए।
मृतक के लिए निकाली जाती है तीन रोटी
मान्यता है कि घर में किसी के परलोक सिधार जाने के बाद होने वाले पित्र कर्मों में अक्सर तीन रोटी निकाली जाती है। इसलिए इस तीन रोटी की संख्या को सामान्य दिनों में परोसने पर अशुभ माना गया है। तभी बड़े बूढ़ों द्वारा एक साथ तीन रोटी परोसने पर डांट फटकार लगाई जाती है।
कहा गया है की त्रयोदशी संस्कार के पहले मृतक के नाम से निकाले जाने वाली थाली में 3 रोटियां अग्नि, पितर और कौवा कुत्ते के लिए होती हैं।
विषम नहीं होना चाहिए
थाली में रखी जाने वाली रोटी विषम नहीं होनी चाहिए। विषम अकाट्य संख्या होती है। ऐसे में मान्यता है कि विषम रोटी का परोसना व्यक्ति के सेहत और स्वास्थ्य के लिए अशुभ होता है।