Vastu Tips For Threshold: अगर आपके घर में ऐसी है दहलीज तो आपको तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता है
Vastu Tips For Threshold: दहलीज यह एक शब्द नहीं इस शब्द का अपना एक अलग और बड़ा ही मर्यादित अर्थ होता है। आमतौर पर अगर कोई व्यक्ति नाराज हो जाता है तो उसे कहते सुना होगा कि मैं तुम्हारी दहलीज में कदम नहीं रखूंगा। उसके यह कहने का अर्थ है कि वह कभी भी आपके घर नहीं आएगा, आपसे वह बहुत ज्यादा नाराज है। दहलीज के संबंध में वास्तु शास्त्र में बहुत सारी बातें बताई गई है। जिनके संबंध में आपको जानना भी बहुत आवश्यक है।
दहलीज है अवश्य
सामान्य तौर पर वास्तु शास्त्र में कहा गया है की हर घर में दहलीज या चौखट का होना बहुत आवश्यक है। क्योंकि इसे घर की मर्यादा बताई गई है। कहते हैं दहलीज होती है उस घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती। इसलिए हर घर में दहलीज का होना आवश्यक है।
आती है दरिद्रता
कहां गया है कि दहलीज पर बैठकर नाखून नहीं काटना चाहिए। दहलीज पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर वास्तु दोष उत्पन्न होता है। घर के लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
अगर घर के मुख्य द्वार पर दहलीज नहीं बनी हुई है तो रसोई घर में चौकट अवश्य ही बनवा लेना चाहिए। लकड़ी का ना हो तो टाइल्स से ही चौखट अवश्य बनवाएं। ऐसा करने पर रसोई घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती।
दहलीज के सामने जूते चप्पल नहीं उतारना चाहिए। जाता है कि इससे माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। क्यों दहलीज को ही मा लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं। दरवाजे के सामने गंदगी देख लक्ष्मी मा नाराज होती हैं।
तीज त्योहारों पर दहलीज की पूजा अवश्य करनी चाहिए। पूजा में हल्दी का उपयोग करें। दहलीज के दोनों तरफ दीपक जलाने का बहुत बड़ा महत्व है। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
नोट- इस समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। इस पर पूर्ण भरोसा करने के पहले विशेषज्ञ से जानकारी प्राप्त करें। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता।