अगहन के महीने में करें सूर्य भगवान की विशेष पूजा, बीमारियां होगी दूर, बढ़ती है उम्र
Sun Worship
अगहन के महीने में भगवान सूर्य देव (lord sun god) को जल चढ़ाने का बड़ा महत्व बताया गया है। कहा गया है कि भगवान सूर्य को रविवार के दिन सूर्योदय (Sunrise) के समय जल चढ़ाने से व्यक्ति को बीमारियों से राहत मिलती है तो वहीं आयु बढ़ती है। अगहन का महीना 20 नवंबर से शुरू हो गया है। जो 19 दिसंबर तक रहेगा। इस महीने को मार्गशीर्ष महीना भी कहते हैं।
बताया गया है कि भगवान श्री कृष्ण ने भगवत गीता में कहा है कि वह पेडों में पीपल हैं तथा महीने में मार्गशीर्ष है। इसलिए इस महीने का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और श्री कृष्ण की विशेष पूजा बताई गई है।
ऐसे दे भगवान सूर्य को जल
जहां अगहन के महीने भगवान सूर्य देव को रविवार के दिन जल देने का महत्व बताया गया है। वहीं भगवान सूर्य को जल देने का अपना एक नियम बताया गया है। बताया गया है कि उगते सूर्य को तांबे के लोटे से जल देना चाहिए। जल देते समय ऊँ सूर्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
जल देते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए के लोटे से गिरने वाला जल जमीन पर न गिरे। इसलिए नीचे एक चौडे मुह वाला बर्तन रखना चाहिए। जिससे जल वहीं गिरे। वहीं उस जल को मदार या फिर तुलसी के पौधे के पास गिरायें। इस जल को उस जगह नही गिराना चाहिए जहां किसी का पैर पडे़े।
बताया गया है कि जल देने के बाद कुछ देर सूर्य के सामने बैठकर ऊँ आदित्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके बाद भगवान सूर्य को प्रणाम करें।
इन चीजों का करें दान
अगहन महीने में भगवान सूर्य की पूजा के साथ ही गेहूं, गुड़, ऊनी कपड़े और कंबल का दान करना चाहिए। इस महीने के रविवार को ब्रत करने का भी महत्व बताया गया है। ब्रत करने के दौरान नमक से बनी चीजां का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में ग्रहों को प्रभाव शांत होता है।