अध्यात्म

सोलह शृंगार केवल दिखावे के लिए नहीं, इनके पीछे है कई वैज्ञानिक तथ्य

सोलह शृंगार केवल दिखावे के लिए नहीं, इनके पीछे है कई वैज्ञानिक तथ्य
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Importance Of Solah Shringaar: बिंदी, बिछिया और सिंदूर सिर्फ हिंदू रिवाजों का हिस्सा नहीं हैं, इनके पीछे कई वैज्ञानिक तथ्य छिपे हैं। 

Importance Of Solah Shringaar: बिंदी, बिछिया और सिंदूर सिर्फ हिंदू रिवाजों का हिस्सा नहीं हैं, इनके पीछे कई वैज्ञानिक तथ्य छिपे हैं।

हिंदू रीति रिवाजों में शादीशुदा महिलाओं के सोलह शृंगार का विशेष महत्व है। मांग में सिंदूर, माथे पर बिंदी और पैरों में बिछिया पहनना सोलह शृंगार का ही हिस्सा है। हिंदू रीति रिवाजों में शादीशुदा महिलाओं के लिए ये सब जरूरी माना गया है।

ज्यादातर लोग इसे सिर्फ महिलाओं के सौंदर्य बढ़ाने का साधन मात्र समझते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। इन रिवाजों के पीछे वैज्ञानिक तथ्य छिपे हैं जो कहीं न कहीं महिलाओं की सेहत से जुड़े हैं।

जानते हैं उनके बारे में-

तनाव कम करता है सिंदूर-

धार्मिक मान्यता है कि सिंदूर लगाने से पति की उम्र बढ़ती है। दरअसल ये बातें पति से इसलिए जोड़ी गई हैं ताकि महिलाएं इसका पालन आवश्यक रूप से करें।

वास्तव में सिंदूर लगाने से महिलाओं का ही फायदा होता है। दरअसल मस्तिष्क के बीच के स्थान पर बनी ब्रहमरंध्र ग्रंथि काफी संवेदनशील और अहम होती है।

ये महिलाओं के अग्रभाग से शुरू होती है और बीच पर जाकर समाप्त होती है। इसी स्थान पर सिंदूर लगाया जाता है।

सिंदूर में पारा होता है जो ब्रहमरंध्र ग्रंथि के लिए काफी फायदेमंद होता है। ये महिलाओं को शीतलता प्रदान करता है। उनके तनाव को कम करता है और दिमाग को शांत रखता है।

प्रजनन क्षमता बढ़ाती है बिछिया-

बिछिया हमेशा पैरों की दूसरी अंगुली में पहनी जाती है। धार्मिक दृष्टि से इसे शुभ माना जाता है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो यह महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मददगार है।

बिछिया साइटिक नर्व की एक नस को दबाती है जिससे आस-पास की नसों में रक्त का प्रवाह तेज होता है और गर्भाशय, पित्ताशय व आंतों में रक्त प्रवाह संतुलित रहता है।

एकाग्रता बढ़ाती है बिंदी

शादी से पहले महिलाएं सौंदर्य के लिए बिंदी लगाती हैं, लेकिन शादी के बाद ये उनके लिए जरूरी माना गया है। भौंहों के बीच में बिंदी लगाई जाती है।

इसी स्थान पर आज्ञा चक्र होता है। आज्ञा चक्र हमारे मन को एकाग्र करने में मददगार होता है। चूंकि महिलाएं एक समय में कई बातों पर सोचती हैं, इसके कारण उनका मन स्थिर नहीं रहता, साथ ही तनाव भी बढ़ता है।

बिंदी लगाने से महिलाओं का दिमाग शांत होता है। तनाव कम होता है और मन नियंत्रित होता है। बिन्दी लगाने से चेहरे की मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और इससे झुर्रियां कम होती हैं।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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