Raw Milk Pouring: शिवलिंग पर क्यों चढ़ाया जाता है कच्चा दूध, जानें इसका कारण और पुण्यफल
Why is raw milk offered to Lord Shiva: भगवान भोलेनाथ त्रिनेत्रधारी शिव शम्भू सदा सभी का कल्याण करते हैं। जो उनकी पूजा नही करता वह उन्हे भी आशीर्वाद देते हैं। कहा गया है कि देवी-देवताओं में सबसे सरल और सहज पूजा भगवान भोलेनाथ शंकर (Lord Shiv) जी की है। अगर भक्त से कुछ त्रुटि भी हो जाय तो वह जल्दी नाराज नहीं होते। तो वहीं अगर थोड़े विधि-विधान से उनकी पूजा कर दी जाय तो वह बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। शिवलिंग पर अगर दूध से अभिषेक (Milk Abhishek On Shivling) किया जाय तो वह प्रसन्न होते है। लेकिन कई बार लोगों द्वारा प्रश्न किया जाता है कि शिवलिंग पर कच्चा दूध क्यों चढ़ाया जाता हैं। इसकी शुरआत के सम्बंध में क्या कथा है? आइये इसके बारें मे जानें;
प्रचलित है एक कथा
कहा जाता है कि शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करने की परंम्परा बहुत पुरानी है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि जब समुद्र मंथन (Samudra Manthan) के समय विष निकला था और उसे शिव जी ने जगत कल्याण के लिए पी लिया था। जिससे उनका कंठ नीला पड़ गया। विष फैलने लगा। उनकी जटाओं में विराजमान मां गंगा को भी कष्ट होने लगा तब देवताओं के कहने पर शिवजी ने दूध ग्रहण किया। जिसके बाद विष का प्रभाव कम हुआ था। बस उसी समय से शिवजी का दूध से अभिषेक किया जाने लगा।
शिव जी का दूध से अभिषेक करने का महत्व
कहते हैं कि सावन के महीने में शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। लोगों को शिव जी का शुभ आर्शीवाद प्राप्त होता है।
सोमवार के दिन अगर दूध का दान किया जाय तो कुंडली में मौजूद चंद्रमा ग्रह मजबूत होता है।
सावन माह में भगवान शिव का दूध डालकर जलाभिषेक करने का विशेष महत्व है। भगवान शिव का दूध से अभिषेक करने पर वह प्रसन्न होकर मनचाहा वर देते हैं।
ऐसे करें अभिषेक
अभिषेक करने के लिए कई नियम बताए गए हैं। कहा गया है कि जलाभिषेक या फिर रूद्राभिषेक करते समय दिशा का ध्यान रखना चाहिए। कहा गया है कि हमें उत्तर दिशा की ओर मुख करके शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से माता पार्वती का भी आर्शीवाद मिल जाता है।