Rakhi Shubh Muhurt: भद्राकाल में शुरू हो रही पूर्णिमा, ऐसे में जानें कब है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
Rakshabandhan Date/ Time/ Shubh Muhurt: हम सबको पता है कि रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्यौहार रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। लेकिन इस बार की पूर्णिमा तिथि (Purnima Tithi) की शुरुआत भद्राकाल (Bhadrakaal) में हो रही है। ऐसे में बहन चिंतित है कि भाई की कलाई में राखी कब बंधेगी? राखी बांधने का वास्तविक शुभ मुहूर्त कब है? ऐसे में ज्योतिष आचार्यों द्वारा बताया जा रहा है कि भद्राकाल में राखी नहीं बांधी जाएगी। बहनों को थोड़ा इंतजार करना होगा। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त शाम से लेकर रात तक तथा 12 अगस्त को सुबह तक ही है।
पूर्णिमा 11 अगस्त को सुबह से
ज्योतिष आचार्यों का कहना है कि 11 अगस्त को सुबह 8:50 से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी। लेकिन यह पूर्णिमा तिथि भद्राकाल मे शुरू हो रही है। इसी भद्राकाल की वजह से बहने पूर्णिमा होने के बाद भी भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बाँध पाएंगी। भद्र काल का समापन 11अगस्त को रात 8:25 पर होगा।
ऐसे में दिन भर पूर्णिमा होने के बाद भी एक ओर जहां बहन राखी नहीं बन पाएंगी। वहीं बहनों के लिए एक फायदे की बात भी है। जो बहन या भाई दूर है उन्हें रात भर का मौका भी मिल रहा है। वह सुबह सुबह 12 अगस्त को 7:16 बजे तक राखी बांध सकती हैं। इसके बाद रक्षाबंधन का समय समाप्त हो जाएगा।
Rakhi Bandhne ka Muhurat 2022
उदया तिथि वाले 12 को मनाएं
ज्योतिषाचार्यो द्वारा कहा गया है कि कुछ लोग उदया तिथि (Udaya Tithi) मे त्यौहार मनाते हैं। ऐसे में 12 अगस्त को पूर्णिमा की उदया तिथि है। यह लोग 12 अगस्त को सुबह के 7:16 तक मना सकते हैं।
अभिजीत मुहूर्त में बंध सकती है राखी
ज्योतिषाचार्यों द्वारा यह भी कहा गया है कि श्रावणी पूर्णिमा 11 अगस्त को सुबह 9:35 से प्रारंभ हो रही है। भद्रकाल है फिर भी बताया गया है कि अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurat) दिन में 12:00 बजे से शुरू होकर दोपहर के12:48 बजे तक है। इस अभिजीत मुहूर्त में राखी बांधी जा सकती है।