अध्यात्म

Pitru Dosh Upay: कुंडली में है पितृदोष तो पितृपक्ष की इस तिथि को करें यह कार्य, दूर होगी नौकरी-करियर की समस्याएं

Pitru Dosh Upay: कुंडली में है पितृदोष तो पितृपक्ष की इस तिथि को करें यह कार्य, दूर होगी नौकरी-करियर की समस्याएं
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Pitru Dosh Nivaran Ke Upay: अपने पितरों को संतुष्ट करने व उन्हे प्रसन्न करने के लिए अमावस्या तिथि (Amavasya Tithi) पर कुछ कार्य अवश्य कर लें।

Pitru Dosh Mukti Ke Upay: इस समय पितृपक्ष (Pitrupaksha) चल रहा है। पितृपक्ष में अपने पित्रों के निमित्त कई कार्य करने होते हैं। लेकिन कई बार पुत्र इसमें लापरवाही करते हैं तो जिससे पितृदोष उत्पन्न होता है। वहीं कई लोगो की कुंडली में पितृदोष (Pitrudosh) होता हैं। परिणाम स्वरूप उन्हे जीवन में कई तरह के कष्टो का सामना करना पड़ता है। अगर इस तरह की समस्या से आप भी परेशान हैं तो इस समय पितृपक्ष चल रहा है। अपने पितरों को संतुष्ट करने व उन्हे प्रसन्न करने के लिए अमावस्या तिथि (Amavasya Tithi) पर कुछ कार्य अवश्य कर लें।

क्यों होता है पितृदोष

Pitru Dosh Kyun Hota Hai: पितृदोष होने के सम्बंध में हमारे शास्त्रों कई बातें कहीं गई हैं। बताया गया है कि पूर्व जन्म के कई गलत कार्य वजह से होता है। वहीं इस जन्म के कार्य भी पितृदोष उत्पन्न करते हैं।

  • बताया गया है कि अगर हम अपने माता-पिता की सेवा नही करते हैं। उनके साथ अदर पूर्वक व्यवहार नही करते हैं तो पितृदोष होगा।
  • वहीं कहा गया है कि जो पुत्र अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद उनका क्रिया कर्म शास्त्र अनुसार नही करते हैं तो उन्हे पितृदोष लगता है।

पितृदोष शांत करने के उपाय

Pitru Dosh Ke Upay

  • पितृदोष दूर करने के लिए शास्त्रों में बहुत सरल उपाय बताया गया है। कहा गया है कि अमावश्या के दिन पीपल का पेड़ लगाने से पितृदोष दूर होता है।
  • अगर पितृपक्ष में पुत्र अपने पिता के निमित्त हर दिन पीपल के पेड़ में जल डाले तो पितृदोष दूर होता है।
  • बताया गया है कि पितृपक्ष में शाम के समय अपने पूजा घर में दीपक जलाने से पितृदोष दूर होता है।
  • कहा गया है कि पितृपक्ष में अपने पिता के मृत्यु तिथि को श्राद्ध कर्म करें। अगर तिथि नहीं पता है तो अमावश्या के तिथि के दिन करें। वहीं माता के लिए पितृपक्ष के नौमी तिथि को ब्राम्हणों को भोजन या दान करना चाहिए। गरीबों को भी दान करना चाहिए।
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