Panchak LIST 2021 : साल 2021 में अप्रैल से लेकर दिसम्बर तक जानिए कब लगेंगे पंचक
Panchak LIST 2021 : हिन्दू धर्म में पंचक को शुभ नहीं माना गया हैं। पंचक काल (Panchak Kaal) में कई कार्य पूर्णतः वर्जित हैं। मान्यता है कि पाचक में किए गए कार्यो से अशुभ फल प्राप्ति होती है।
वैसे भी हिन्दू धर्म में किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य शुभ मुर्हूत में ही किए जाने का विधान है। शुभ मुर्हूत में किए गए कार्यो से अच्छे फल की प्राप्ति होती है। जबकि अशुभ मुर्हूत में किए गए कार्यो से बुरे फल की प्राप्ति होते हैं। पाचक को शुभ कार्यो के लिए श्रेष्ठ नहीं माना गया हैं। ऐसे में चलिए जानते है अप्रैल 2021 से लेकर दिसम्बर 2021 तक कब-कब पंचक लगेंगे।
इस स्थिति को कहा जाता है पंचक
रिपोर्ट्स की माने तो घनिष्ठा, पूर्वा भाद्रपद, शतिभिषा, उत्तर भाद्रपद एवं रेवती नक्षत्र पर जब चन्द्रमा गोचर करते हैं उस स्थित को पंचक काल कहा जाता है। इसे भदवा भी कहा जाता है। पंचक का निर्माण तभी होता है जब चन्द्रमा कुंभ एवं मीन राशि में गोचर करते हैं।
अप्रैल 2021 से दिसम्बर तक पंचक लिस्ट
साल 2021 के अप्रैल महीने में ही पंचक की शुरूआत आती हैं। अप्रैल महीने में पंचक 7 अप्रैल से शुरू होगा जो 12 अप्रैल को समाप्त होगा।
पंचक डेट
04 मई 2021-09 मई 2021 तक
01 जून 2021-05 जून 2021 तक
28 जून 2021- 03 जुलाई 2021 तक
25 जुलाई 2021- 30 जुलाई 2021 तक
22 अगस्त 2021- 26 अगस्त 2021 तक
18 सितंबर 2021-23 सितंबर 2021 तक
15 अक्टूबर 2021-20 अक्टूबर 2021 तक
12 नवंबर 2021- 16 नवंबर 2021 तक
09 दिसंबर 2021 - 14 दिसंबर 2021 तक
कई प्रकार के होते है पंचक
रिपोर्ट्स की माने तो पंचक कुल पांच प्रकार के होते हैं। इन सभी पंचकों के अपने अलग-अलग मायने होते हैं।
रोग पंचक
मान्यता है कि रविवार के दिन अगर पंचक की शुरूआत होती है तो यह पांच दिनों तक शारीरिक एवं मानिसिक कष्ट देने वाला होता है। इसलिए इस पंचक के दौरान किसी भी तरह का शुभ एवं मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए।
राज पंचक
जिस पंचक की शुरूआत सोमवार के दिन से होती है उसे शुभ माना जाता है। सोमवार से शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक कहा जाता है। इस पंचक के प्रभाव से सरकारी कामों में सफलता एवं सम्पत्ति से जुड़े कार्यो को करना शुभ माना जाता है।
अग्नि पंचक
अग्नि पंचक मंगलवार के दिन से शुरू होने वाले पंचक को कहा जाता है। इस पंचक के प्रभाव से इन पांच दिनों में कोर्ट कचहरी विवाद आदि के मामलों का फैसला अपने हक में होता है। लेकिन इस दौरान घर निर्माण एवं मशनरी आदि से जुड़े कार्यो को करना अशुभ फल देते है। इसलिए इन कामों से बचना चाहिए।
चोर पंचक
जिस पंचक की शुरूआत शुक्रवार के दिन से होती है उसे चोर पंचक कहा जाता हैं। रिपोर्ट्स की माने तो इस दिन लेन-देन, व्यापार आदि से बचना चाहिए।
तो वहीं बुधवार एवं गुरूवार के दिन से जिस पंचक की शुरूआत होती है। उसे शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस पंचक में सभी तरह के कार्य किए जा सकते हैं। जैसे विवाह, सगाई एवं अन्य शुभ कार्य।
नोट- यह आलेख मीडिया रिपोर्ट पर आधारित हैं। यह पूर्णतः सत्य एवं सटीक है। इस पर हम दावा नहीं करते हैं। इसलिए विस्तृत जानकारी के लिए विशेषज्ञों से अवश्य सलाह लें।
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