Shadi Muhurat 2023: जून माह में शादी के केवल 5 मुहूर्त, 29 को देव शयनी एकादशी
Shadi Muhurat 2023: पंचांग की गणना के मुताबिक 29 जून को देव शयनी एकादशी रहेगी। धर्मशास्त्र की मान्यता के अनुसार देव शयनी एकादशी के बाद चातुर्मास प्रारंभ होगा। इसके साथ ही विवाह आदि मांगलिक कार्यों पर भी विराम लग जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार श्रावण अधिक मास होने से चातुर्मास चार की जगह पांच महीने का रहेगा। जानकारों के मुताबिक जून माह में विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त की संख्या केवल 5 दिन ही है।
जून में विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक जून माह में विवाह के केवल पांच ही श्रेष्ठ मुहूर्त हैं। जिनमें 11, 12, 22, 23 व 27 जून शामिल हैं। 29 जून को देव शयनी एकादशी है। जिसके बाद विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। मांगलिक कार्यों के लिए देवउठनी एकादशी तक इस बार पांच महीने तक प्रतीक्षा करनी होगी। सीजन का आखिरी अबूझ मुहूर्त 27 जून को है यह भड्डाली नवमी के नाम से प्रसिद्ध है। इसको अबूझ मुहूर्त की श्रेणी में रखा गया है। इस दिन विवाह आदि मांगलिक कार्य करने के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं रहती। यानी कि 27 जून को विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्य किये जा सकेंगे।
अधिक मास का 19 वर्ष बाद बन रहा संयोग
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि ग्रह गोचर की गणना एवं भारतीय ज्योतिष शास्त्र में अधिक मास की गणना के अनुक्रम से देखें तो इस बार चातुर्मास के अंतर्गत आने वाले दो श्रावण से अधिक मास की स्थिति बनेगी। इस बार श्रावण अधिक मास होने से चातुर्मास चार की जगह पांच महीने का रहेगा। अधिक मास अर्थात शुद्ध श्रावण और अधिक मास का संयोग 19 वर्ष बाद बन रहा है। श्रावण अधिक मास होने की वजह से यह विशेष रूप से पूजनीय तथा अध्यात्म की दृष्टि से अनुकूल है। इस दौरान भगवान भोलेनाथ की पूजा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ ही उनके संकट का भी निवारण हो सकेगा।