Ganga Snan: माघ माह की किन-किन तिथियों पर पड़ेगा गंगा स्नान और क्या है इसका महत्व
Ganga Snan: हिंदू पंचांग (Hindu calendar) के अनुसार पौष माह की पूर्णिमा तिथि के बाद माघ का महीना शुरू होता है। इस माघ के महीने की शुरुआत हो रही है 18 जनवरी से। हिंदू मान्यताओं के अनुसार माघ के महीने में गंगा स्नान का अपना अलग महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि माघ और कार्तिक के महीने में सुबह उठकर गंगा स्नान (Ganga Snan) करने से व्यक्ति की समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। कई श्रद्धालु तो गंगा के किनारे कल्पवास (Kalpvas) भी करते हैं। माघ महीने में ही नियमित अंतराल पर कुंभ के मेले (Kumbh Mela) का आयोजन भी होता है। तो चलिए आपको बताते हैं इस वर्ष माघ के महीने में किन-किन तिथियों पर स्नान पड़ेंगे
1 फ़रवरी मौनी अमावस्या (1 February Mauni Amavasya)
माघ के महीने में जो अमावस की तिथि पड़ती है उस दिन गंगा स्नान करने का विधान है इसे मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के नाम से जानते हैं। श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद दान पुण्य करते हैं।
5 फरवरी बसंत पंचमी (5th February Basant Panchami)
बसंत पंचमी (Basant Panchami) का त्यौहार हमारे देश में बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लेकिन गंगा किनारे जो लोग कल्पवास करते हैं बसंत पंचमी के दिन अपना दूसरा गंगा स्नान जो कि महा स्नान के नाम से भी जाना जाता है, करते हैं। गंगा स्नान के बाद माता शारदा का पूजन और भजन भी किया जाता है।
8 फरवरी अचला सप्तमी (8th February Achala Saptami)
इस वर्ष 8 फरवरी को तीसरा स्नान किया जाएगा इस दिन को अचला सप्तमी (Achala Saptami) के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन को आरोग्य सप्तमी (Arogya Saptami) के नाम से भी जानते हैं ऐसी मान्यता है कि इस दिन अगर कोई व्यक्ति गंगा स्नान कर लेता है तो उसके शरीर के सारे रोग दूर हो जाते हैं।
माघ पूर्णिमा 16 फरवरी (Magha Purnima 16 February)
माघ पूर्णिमा (Magha Purnima) के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान (Ganga snan) करते हैं। गंगा के घाट पर इस दिन उत्सव जैसा माहौल रहता है। गंगा के किनारे महा आरती की जाती है और लोग बड़ी संख्या में इस आरती में भी शामिल होते हैं।