अध्यात्म

Nariyal Breaking Ritual: क्यों स्त्रियों को नारियल नहीं फोड़ना चाहिए, जानें नारियल से जुड़ी पौराणिक कथा

Nariyal Breaking Ritual: क्यों स्त्रियों को नारियल नहीं फोड़ना चाहिए, जानें नारियल से जुड़ी पौराणिक कथा
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Why girls can't break Coconut: नारियल शुभ कार्यों में उपयोग में आने वाली महत्वपूर्ण वस्तुओं में से एक है, लेकिन इसको फोड़ने को लेकर खास वजह से, कुछ नियम जरूर हैं।

Why do women not break coconuts: भारत में किसी भी शुभ कार्य से पहले नारियल (Nariyal) फोड़ा जाता है, हिन्दू धर्म में नारियल का काफी अधिक महत्व (Nariyal Importance) है. इसे दैवीय फल कहा जाता है क्योंकि यह देवताओं को भी काफी प्रिय है। नारियल का तेल, व अंदर का गूदा काफी ज्यादा गुणकारी होता है (Nariyal Benefits)। इस फल से कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किये जाते हैं। इसकी गरी का उपयोग मीठे पकवानों की शोभा व स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। नारियल शुभ कार्यों में उपयोग में आने वाली महत्वपूर्ण वस्तुओं में से एक है। लेकिन नारियल को फोड़ने के लिए कुछ नियम भी हैं, जिनमे से एक है स्त्रियां (Woman) नारियल नहीं फोड़ सकती (Nariyal Breaking Ritual)। तो आज हम नारियल से जुड़ी एक पौराणिक कथा (Pauranik Katha) जानेंगे जिससे यह स्पष्ट हो जायेगा की क्यों महिलायें नारियल नहीं तोड़ सकती हैं।

Why women can't break coconut

नारियल से जुड़ी पौराणिक कथा और महत्त्व

Nariyal Se Judi Huyi Pauranik Katha Aur Mahatv: जब भगवान विष्णु पृथ्वी पर प्रकट हुए थे तब वे स्वर्ग से माता लक्ष्मी के साथ कामधेनु गाय और कल्पवृक्ष लेकर आये थे। ये कल्पवृक्ष ही नारियल का पेड़ था। क्योंकि यह भगवान विष्णु के द्वारा लाया गया फल था अतः इसे श्रीफल भी कहा जाता है। इस फल में त्रिदेवों का वास भी होता है। भगवान शिव को भी नारियल काफी प्रिय था नारियल पर बनी तीन आँखें भगवान शिव के नेत्रों को दर्शाती हैं। इस फल को देवताओं को अर्पित करने पर धन सम्बन्धी रुके हुए कार्य बनते हैं।

स्त्रियां नारियल क्यों नहीं फोड़ सकती हैं

Mahilayen Nariyal Kyun Nahi Fod Sakti Hain: दरअसल स्त्रियां नारियल को तोड़ सकती हैं. परन्तु पूजा-पाठ के कार्यों में चढ़े हुए नारियल तो तोड़ना स्त्रियों के लिए वर्जनीय बताया गया है। क्योंकि नारियल या श्रीफल को बीजफल भी कहा जाता है अर्थात उसमें जन्म देने के क्षमता होती है। मतलब बीजफल को प्रजनन की क्षमता से जोड़ा गया है। और स्त्रियां भी बीजरूप में भी शिशु को जन्म देती हैं। जिस कारण से पूजा-पाठ के कार्यों में ईश्वर को अर्पित किया गया नारियल स्त्रियों के द्वारा नहीं फोड़ा जाना चाहिए।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

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