Mangla Gauri 2022: मंगला गौरी के दिन कैसे करें पूजा? जानें शुभ मुहूर्त और महत्त्व
Mangla Gauri Vrat 2022: सावन महीने में मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत (Mangla Gauri Vrat) रखा जाता है और इस दिन मां पार्वती की पूजा करना बेहद फलदायी है। दरअसल हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) के अनुसार सावन मास को बहुत ही पवित्र माना गया है. इस माह में भगवान शिव के पूजन का विधान है। जहां सोमवार का दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने वाला है. वहीं, मंगलवार के दिन मंगला गौरी यानि की मां पार्वती को समर्पित है।
इस मंगला गौरी शुभ मुहूर्त
Mangla gauri shubh muhurt: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगला गौरी व्रत में शुभ मुहूर्त में पूजा करना विशेष फलदायी साबित होता है. इस बात मंगला गौरी व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 12 बजे तक. कल इस समय शुभ मुहूर्त में पूजा करना शुभ फलदायी रहेगा.
मंगला गौरी की व्रत की पूजा कैसे करें?
Mangla Gauri vrat ki me puja kaise karen? मंगला गौरी व्रत के दिन सुबह स्नान करने के साथ ही साफ-सुथरें कपड़े पहन कर पूजा करना चाहिए। शास्त्र के जानकारो के अनुसार घर के मंदिर में एक चौकी की स्थापना करें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं. इसके बाद चौकी पर मां पार्वती और गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें. मां पार्वती को सोलह श्रृंगार की सामग्री, सूखे मेवे, नारियल, लौंग, सुपारी, इलायची और मिठाई अर्पित करें. इसके बाद मां पार्वती की आरती करें और व्रत कथा करें. इसके बाद मां को अर्पित किया हुआ भोग प्रसाद के रूप में लोगों को बांटें।
मंगला गौरी व्रत का महत्व
Mangla Gauri vrat ka mahatv: मां गौरी का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखती है। तो वही संतान प्राप्ति की इच्छापूर्ति को लेकर भी इस व्रत को किया जाता है। इस व्रत से सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है।