जिन हाथों में होती है ऐसी भाग्य रेखा, उस व्यक्ति को मिलती 35 साल बाद सफलता, पढ़िए खबर
Astrology Hast Rekha : हर व्यक्ति के हाथों में ढेर सारी रेखाएं होती हैं। इन रेखाओं के अपने-अपने महत्व हैं। हस्त रेखा शास्त्र में इन सभी रेखाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है। इन रेखाओं की मदद से शादी, स्वभाव, धन, वैभव, मान, सम्मान, रोग, आयु आदि के बारे में विस्तार से जाना जा सकता हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में व्यक्ति इन रेखाओं के बारे में नहीं जान पाता है।
हस्त रेखा शास्त्र की माने तो हर व्यक्ति की रेखाएं अलग-अलग होती हैं। ये रेखाएं व्यक्ति के भाग्य, कर्म आदि पर आधारित हैं। हस्त रेखा शास्त्र में ऐसी ही एक रेखा का वर्णन किया गया हैं। इस रेखा को लेकर बताया गया है कि जिस व्यक्ति के हाथ में यह रेखा होती है उनका भाग्योदय 35 साल के बाद होता है। ऐसे में चलिए जानते हैं उस विशेष रेखा के बारे में। जिनके हाथ में यह रेखा है तो यह क्या कुछ खास देने वाली है।
भाग्य रेखा
आज हम जिस रेखा पर चर्चा करने जा रहे वह भाग्य रेखा है। कहा जाता है कि यह रेखा हर हाथों की अलग-अलग होती हैं। इन अलग-अलग रेखाओं के अपने अलग मतलब होते हैं। ऐसे में चलिए जानते है इस रेखा के क्या मतलब होते है और यह कितने प्रकार की होती है।
हस्त रेखा शास्त्र की माने तो भाग्य रेखा कई प्रकार की होती हैं। अगर भाग्य रेखा उथली है तो यह हर कदम पर कठिनाईयों का संकेत देती है। इसी तरह अगर भाग्य रेखा संर्कीण एवं अस्पष्ट है तो यह अस्थिरता को दर्शाती है। ठीक इसी तरह अगर भाग्य रेखा जीवन रेखा से शुरू होती है तो वह व्यक्ति बेहद उर्जावान होता है और अपने मेहनत से बेहतर स्थिति को प्राप्त करता है।
35 साल बाद सफलता
अगर भाग्य रेखा की शुरूआत मस्तिष्क रेखा से होती है ऐसे व्यक्ति को 35 साल बाद सफलता मिलती है। 35 साल से पहले उनके जीवन में असफलता एवं कठिनाई बनी रहती है।
नोट- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पर हम यह दावा नहीं करते हैं कि यह पूर्णतय सत्य एवं सटीक हैं। लिहाजा किसी परिणाम पर पहुंचने से पहले विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लेवें। क्योंकि यह जन सामान्य की रूचि को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
धन के मामले में बेहद लकी होते है इस राशि के लोग, मां लक्ष्मी की हमेशा बनी रहती है इन पर कृपा
स्कूल और कालेज के दिनों में दिशा पटेनी थी बेहद अकेली, किसी ने नहीं किया प्रपोज