अगर ऐसे आती है छींक तो घर में बरसेंगे पैसे ही पैसे, हो जाएंगे इतने अमीर की पैसे भी पड़ेंगे कम, जानिए!
आमतौर पर प्रचलित मान्यताओं के अनुसार छींक आने को लेकर कई तरह की धारणाएं है। किसी शुभ कार्य की शुरुआत करते समय अगर कार्य में शामिल किसी भी व्यक्ति द्वारा छींक दिया जाए तो उसे अशुभ माना जाता है। लेकिन हमारे शगुन शास्त्र में छींकने से जुड़े कई तरह के शुभ संकेत भी बताए गए हैं। इसलिए यह कहना बिल्कुल गलत है छींक आना सदैव गलत होता है। इसके बाद किसी भी तरह के कार्य नहीं करनी चाहिए।
न करें विचार
सर्दी जुकाम होने पर बार बार छींक आना तथा किसी को धूल या गंदगी से एलर्जी होने पर भी छींक आती है। ऐसे में छींक का कोई विचार नहीं किया जाता। यह सामान्य तौर पर शारीरिक प्रक्रिया के रूप में गिनी जाती है। इसलिए हमें सर्दी जुखाम या एलर्जी होने पर आने वाली छींक का विचार नहीं करना चाहिए।
शुभ है छींक
- अगर घर से निकलते समय एक साथ कई छींक आए तो उसे शुभ माना गया है।
- वही अगर यात्रा के लिए निकलते समय दक्षिण या पश्चिम दिशा से किसी के छीकने की आवाज आए तो उसे शुभ माना गया है।
- दवा लेते समय अगर छींक आ जाए तो इसे शुभ माना गया है। मान्यता है कि रोगी के जल्द ठीक होने की ओर किया गया इशारा है।
- अगर उत्तर और पश्चिम दिशा की ओर से छींकने की आवाज सुनाई दो तो इसे शुभ माना गया है। वही इसे पैसे मिलने का संकेत भी कहा जाता है।
- श्मशान घाट में छींक आए तो इसे शुभ माना गया है।
छींक के अशुभ संकेत
- कहा गया है बाहर निकलते समय एक छींक आए तो इसे अशुभ माना गया है। कुछ देर के लिए यात्रा रोक देनी चाहिए।
- वहीं यह भी कहा गया है अगर यात्रा के लिए निकलते समय बाई और खड़ा व्यक्ति छींक दे तो यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए।
- अनुष्ठान या पूजा पाठ करते समय अगर किसी दूसरे व्यक्ति को छींक आए तो इसे ठीक नहीं माना गया है। कार्य में बाधा आ सकती है।
- उत्तर दिशा की ओर से छींक आने पर झगड़े की संभावना बताई जाती है।
- भोजन करते समय छींक का आना अच्छा नहीं है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. रीवा रियासत इसकी पुष्टि नहीं करता है.)