यहां माता लक्ष्मी को लिख कर देते हैं अपनी मनोकामना, अवश्य होती है पूरी
माता लक्ष्मी धन संपदा की देवी कही गई हैं। माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करने से व्यक्ति को धन संबंधी समस्याएं नहीं होती। आपने माता लक्ष्मी के बहुत सारे मंदिरों में पूजा अर्चना की होगी। लेकिन राजस्थान के बांसवाड़ा में स्थित 480 वर्ष पुराना माता लक्ष्मी का मंदिर एक विशेष कारण से जाना जाता है। कहा गया है कि आने वाले भक्तों अपनी मन्नत को लिखकर माता लक्ष्मी जी के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। कहा गया है कि माता लक्ष्मी इन लोगों की इस लिखी हुई मन्नत को पूरा भी करते हैं।
480 वर्ष पुराना है मंदिर
राजस्थान के बांसवाड़ा में स्थित यह मंदिर 480 वर्ष पूराना बताय जाता है। मंदिर में माता लक्ष्मी की सफेद मार्बल से बनी हुई एक भव्य प्रतिमा स्थापित है। माता लक्ष्मी 16 दल के कमल पुष्प पर विराजमान है।
मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में आकर माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करता है उसके जीवन में सुख ही सुख का वास रहता है। उसे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती।
लिखकर मांगते हैं मन्नत
इस मंदिर के संबंध में एक मान्यता यह भी है कि जिसे भी कोई मन्नत मांगनी हो वह लिखकर लाए। कहा गया है कि मन्नत को लिखकर दान पत्र में मन्नत की चिट्ठी डाल देते हैं। इतना करने के बाद माता लक्ष्मी चिट्ठियों पर या कहे उन मन्नतो पर अपनी कृपा करती हैं।
दीपावली पर होता है विशेष श्रृंगार
यहां माता लक्ष्मी की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार दीपावली के दिन किया जाता है। जानकारी के अनुसार प्रतिमा को चांदी के वस्त्र से सजाया जाता है। इस चांदी के वस्त्र का वजन लगभग 5 किलो का होता है। माता लक्ष्मी को सोने की नथ, सोने की अंगूठी, सोने का हार तथा अन्य कई स्वर्ण आभूषण पहना कर सजाया जाता है।