Garud Puran Tips: गलत समय पर किए गए शुभ कार्य भी लाते हैं जीवन में संकट, जानें कौन सा कार्य कब करें
Garud Puran Tips: हमारे वेदों पुराणों और पूजा पद्धतियों में कई ऐसे शुभ कार्य बताए गए हैं जिनके करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है। लेकिन इन्हें शुभ कार्यों को अगर कोई व्यक्ति अज्ञानता बस गलत समय में करता है तो उसे अत्याधिक कष्ट के साथ ही कई तरह की परेशानियो से दो-चार होना पड़ता है। ऐसे में आवश्यक है हम कोई भी शुभ कार्य, पूजा पाठ करने से पहले सही विधि और सही समय का चयन कर लें।
गरुण पुराण (Garud Puran) से मिलती है सीख
आमतौर पर लोगों का यह मानना है कि गरुण पुराण (Garud Puran) मृत्यु के उपरांत सुने जाने वाली एक ऐसी कथा है जिसे मृतक के परिजनों को सुनने से मृत आत्मा को श्री नारायण कि कृपा प्राप्त होती है। लेकिन हमे गरुड़ पुराण जिंदगी में जीने के सही तरीके भी बताती है। साथ ही हर कार्य सही वक्त पर करने की जानकारी भी मिलती है।
क्या है नियम
गरुण पुराण (Garud Puran) में ही बताया गया है की अगर कोई शुभ कार्य या पूजा गलत समय पर किया जाता है तो जिंदगी में मुसीबतों का आना सुनिश्चित हो जाता है। ऐसे में आवश्यक है कि जब हम शुभ कार्य ही कर रहे हैं तो उसे सही वक्त पर करें ऐसे में कार्य करने का पूर्ण लाभ या पूर्णफल की प्राप्ति होती है।
तुलसी को जल देना
हर व्यक्ति के घर में तुलसी का पौधा आमतौर पर पाया जाता है। माना गया है कि तुलसी के पौधे में प्रतिदिन जल देने से सुख समृद्धि प्राप्त होती है। वही घर में तुलसी के पौधे को लगाने से कई छोटे-मोटे वास्तु दोष भी दूर होते हैं। लेकिन इसी तुलसी के पौधे को अगर सूर्यास्त के उपरांत जल चढ़ाया जाए तो वह अशुभ और अनिष्ट कारी होता है। तुलसी के पौधे में सूर्योदय के समय या दिन में जल चढ़ाना चाहिए।
घर की सफाई
साफ-सुथरे घर में माता लक्ष्मी का वास होता है। प्रतिदिन अपने घर की साफ सफाई करनी चाहिए। लेकिन यही साफ-सफाई अगर सूर्यास्त के समय किया जाए तो उसे अशुभ माना गया है। सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू पोछा करने से लक्ष्मी जी रूठ कर चली जाती हैं। माता लक्ष्मी संध्या के समय घर में प्रवेश करती हैं उस समय सफाई के दौरान होने वाली गंदगी से वह नाराज होकर उस घर का परित्याग कर देती हैं।
सूर्यास्त के बाद किसी को न दें यह चीजों
हमारे घर में मौजूद कई ऐसी सामग्रियां होती हैं जिनका लेना देना आस-पड़ोस के लोगों से बना रहता है। लेकिन सूर्यास्त के बाद हमें दही, छाछ, आदि खट्टी चीजें किसी को नहीं देना चाहिए। बताया गया है कि संध्या के समय इन चीजों को देने से गरीबी आती है।
इस दिन शेविंग और हेयर कटिंग से करें परहेज
हमें हर हाल में शेविंग और हेयर कटिंग करवाने के पूर्व दिन का विचार अवश्य करना चाहिए। हमारे हिंदू धर्म के वैदिक नियमों के अनुसार मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को शेविंग व हेयर कटिंग नहीं करवाना चाहिए। इसके लिए बुधवार शुक्रवार और रविवार का दिन निश्चित किया गया है। आवश्यक होने पर सोमवार के दिन भी करवाया जा सकता है। बताया गया है की प्रतिबंधित दिनों में अगर हेयर कटिंग और शेविंग करवाई जाए तो व्यक्ति के जीवन में माता लक्ष्मी की कृपा बाधित होती है।
हमारे वैदिक नियम व पद्धतियां जीवन में सुख शांति समृद्धि के लिए आवश्यक है। इनका हमें हर हाल में पालन करना चाहिए। कई ऐसी पद्धतियां हैं जिन्हें विज्ञान भी सिद्ध कर चुका है।