Garuda Purana: मृत्यु के बाद बुरे कर्म की क्या मिलती है सजा यहाँ से देखे पूरी लिस्ट
Death Signs In Garuda Purana
Garuda Purana: समाज में जिस तरह गुजर-बसर करने के लिए हमें संवैधानिक अधिकार प्राप्त हैं। अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे न्यायालय के द्वारा सजा मिलती है। ठीक उसी तरह सनातन धर्म के अनुसार जीवन जीने के लिए कुछ नियम तय किये गये हैं। अगर इस नियम के तहत हम जीवन व्यतीत नही करते है ंतो उसे जीते जी कई तरह के कष्ट झेलने पड़ते हैं। तथा बचे हुए कर्में के फल को नर्क में मृत्यु के बाद भोगना पड़ता है।
मिलता है स्वर्ग या नर्क
जानकारी के अनुसार गरूण पुराण में बताया गया है कि मृत्यु के बाद लोग अपने कर्म के अनुसार स्वर्ग या नर्क में जाते हैं। यह बात सभी को पता है कि यदि आप अपने जीवन में अच्छे कर्म करेंगे तो आपको स्वर्ग में जगह मिलेगी। वहीं अगर आपने सनातन धर्मों के बनाये नियमों का पालन न कर गलत काम में अपना जीवन लगाया है तो आपको मृत्यु के बाद नर्क की यातना झेलनी पडेगी।
दूसरों का धन हड़पन ेवाला
कहा गया है कि जो भी दूसरों का धन हड़पता है। उसे अवश्य ही नर्क की यातना भोगनी पड़ती है। गरुण पुराण में बताया गया है कि ऐसे लोगों को रस्सी से बांधकर बेहोश होने तक पीटा जाता है। उसे उसके गलत कार्य बताए जाते है। और होश में आने के बाद फिर टिपाई शुरू हो जाती है।
पत्नी को धोधा देने वाले
कहा गया है कि जो लेग अपनी पत्नी को धोखा देते हैं उन्हे लाल गर्म लोहे की छड़ से पीटा जाता है। जो अपनी पत्नी को त्याग कर दूसरे की पत्नी के साथ अपना चक्कर चलाते हैं उन्हे यह सजा मिलती है।
गुरू की पत्नी पर बुरी नजर रखने वालों को
गुरू की पत्नी या फिर महिला शिक्षक या शिक्षक की पत्नी पर बुरी नजर रखने वाले को जयंती नामक नर्क भोगना पड़ता है। गरुण पुराण में बताया गया है ऐसे लोगो पर पिघला हुआ बहता लोहा उनके शरीर में फेंका जाता है। जिससे उन्हे काफी कष्ट होता है।
बलात्कारी को
बलात्कार करने वाले लोगो के मृत्यु के बाद जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता है। उन्हें मल और मूत्र से भरे गंदे कुएं में डाल दिया जाता है। साथ ही काफी समय तक नर्क की यातना भोगनी पड़ती है।
बताया गया है कि जो किसी की हत्या करता है उसे तेल से भरी कड़ाही में डाल दिया जाता है।